अब ब्रिटेन ने भी भारतीय दुकानों में बेची जा रही मैगी की गुणवत्ता की जांच शुरू कर दी है। ब्रिटेन की खाद्य मानक एजेंसी ने बताया कि वह भारतीय प्रयोगशाला से प्राप्त मैगी के नमूनों की जांच रिपोर्ट के आधार पर यूरोपीय आयोग के साथ मिलकर मैगी में सीसे (लेड) के स्तर की जांच कर रही है।
ब्रिटेन में मैगी का परीक्षण करने वाली खाद्य मानक एजेंसी (FSA) तथा भारत की खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) को समकक्ष माना जाता है। एफएसए को मैगी में सीसा और मोनो सोडियम ग्लूटमेट (MSG) बहुत अधिक मात्रा में मिला है। दिल्ली सहित भारत के 6 राज्यों, गुजरात, तमिलनाडु, असम, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में मैगी को प्रतिबंधित करने के साथ ही लगभग प्रत्येक राज्य ने नूडल्स के परीक्षण की घोषणा की है। हालांकि, केरल, महाराष्ट्र और गोवा से इसे क्लीन चिट मिल गई है।
नेस्ले ब्रिटेन ने एफएसए को बताया, ‘इस समय में केवल ‘मैगी 2 मिनट नूडल्स’ (मसाला फ्लेवर) भारत से आयात किया जाता है। भारतीय अधिकारियों द्वारा में जांच के लिए प्रयोग किए गए नूडल्स के बैच को ब्रिटेन में बेचा नहीं गया था। मैगी नूडल्स के अन्य फ्लेवर्स भारत से आयात नहीं किए गए हैं। ब्रिटेन में बेचे जाने वाले मैगी नूडल्स के अन्य फ्लेवर दूसरे देशों की फ़ैक्ट्रियों से आयात किए गए हैं।’
नेस्ले ने कहा, ‘मैगी नूडल्स के लगभग 1000 बैचों का परीक्षण अपनी प्रयोगशालाओं में किया है साथ ही 600 बैचों के परीक्षण के लिए एक स्वतंत्र प्रयोगशाला से कहा है। अब तक लगभग 12.5 करोड़ पैकेटों का परीक्षण किया जा चुका है।’नेस्ले ने कहा कि दुनिया में उर्वरक और कीट नियंत्रण का उपयोग करने की वजह से वातावरण और मिट्टी में सीसा मौजूद है।