गठिया के दर्द से आराम के लिए करें ये आसन

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गठिया के दौरान जोड़ों में दर्द ताजिंदगी समस्या बना रहता है। वैसे तो गठिया की समस्या अक्सर 40 की उम्र के बाद होती है लेकिन आजकल यह इतनी आम है कि हमारे-आपके परिवार के किसी भी सदस्य को हो सकती है।अगर आपके घर में भी कोई गठिया का मरीज है या आप खुद इस रोग से परेशान हैं तो ये योगासन गठिया के दर्द से आराम दिलाने में आपकी मदद करेंगे। सुखासन से घुटने के दर्द में आराम मिलता है। इसमें घुटने 90 डिग्री के कोण में मुड़ते हैं। सुखासन को किसी भी आसन के पहले करना फायदेमंद है। इसे करने के लिए दोनों पैरों को मोड़कर, पालथी की मुद्रा में सीधा बैठ जाएं। रीढ़ की हड्डी सीधी रखें।

वज्रासन से न सिर्फ पाचन अच्छा रहता है बल्कि घुटनों का दर्द भी दूर होता है। इसे करने के लिए पैरों के बल बैठें, जिस तरह नमाज पढ़ने के लिए बैठते हैं। शरीर का भार पैरों पर रखें और हाथों को घुटनों पर रखें। इस आसन को कभी भी कर सकते हैं। ताड़ आसन के दौरान शरीर ताड़ के पेड़ की मुद्रा में रहता है। इससे शरीर के सभी जोड़ों को बल मिलता है और लचीलापन बढ़ता है। गठिया के अलावा कमर दर्द और स्लिप डिस्क में भी यह आसन फायदेमंद है। इसे करने के लिए सीधे खड़े हो जाएं। अब सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं।

शरीर को ऊपर की ओर जितना खींच सकते हैं उतना खीचें। आपके शरीर का सारा भार पैर के पंजों पर होना चाहिए। कुछ सेकंड इस अवस्था के बाद सांस छोड़ते हुए सामान्य अवस्था में आ जाएं। इस आसन से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है और शरीर के विभिन्न जोड़ों को आराम मिलता है। इसे करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं। फिर घुटने मोड़ें और कमर को हाथों की सहायता से ऊपर उठाने की कोशिश करें। कुछ सेकंड बार सामान्य अवस्था में आ जाएं। यह आसन गठिया के दौरान हाथों के जोड़ों में होने वाले दर्द को कम करने में मदद करता है। इसके लिए बाजुओं को कंधे के समानांतर सीधा रखें। दोनों हाथों से मुठ्ठी बंद करें और कुछ सेकंड मुठ्ठी तेजी से बंद करके रखें। फिर मुठ्ठी खोल दें।

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