वनडे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहे छह महीने हो गए हैं, लेकिन उनके फैन्स अभी भी इस फैसले को हजम नहीं कर पा रहे हैं। धोनी के रिटायरमेंट को लेकर एक बड़ा खुलासा यह हुआ है कि उन्होंने टेनिस एल्बो की समस्या के चलते इतनी जल्दी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया।धोनी के पूर्व कोच एमपी सिंह ने ज़ी न्यूज से बातचीत में कहा कि धोनी ने टेस्ट क्रिकेट खेलते समय दर्द (टेनिस एल्बो) की बात उन्हें बताई थी। उन्होंने कहा कि धोनी को टेस्ट मैच खेलते वक्त टेनिस एल्बो का डर था। धोनी ने इस दर्द की वजह से टेस्ट में कई शॉट्स खेलने बंद कर दिए थे। जिसके बाद धोनी ने अचानक ही टेस्ट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया। हालांकि संन्यास के इस वजह की आधिकारिक रूप से कोई पुष्टि नहीं की गई लेकिन धोनी के पूर्व कोच के अनुसार, उनके संन्यास का यह एक कारण रहा है।
गौर हो कि कुछ साल पहले सचिन भी इस समस्या से काफी गंभीर रूप से जूझे थे और कुछ समय बाद सचिन ने इससे उबरकर टेस्ट में वापसी किए थे। अपने करियर में कई चोटों का सामना करने वाले तेंदुलकर ने करीब तीन साल पहले उस समय कहा था कि एक बार तो उन्हें लगा था कि वह दोबारा बल्ला भी नहीं पकड़ सकेंगे। ये चुनौतियां काफी मुश्किल थी और करियर खत्म होने का डर था। टेनिस एल्बो के बाद तो मैं अर्जुन (बेटा) का प्लास्टिक का बल्ला भी नहीं उठा पा रहा था। पहली बार मैदान पर उतरा तो 10-12 साल के बच्चे मेरे शॉट्स रोक रहे थे जिससे मुझे लगा कि अब दोबारा नहीं खेल पाउंगा। वह दबाव कुछ अलग ही था। उस समय कई लोगों की मदद से मैं वापसी कर सका।