भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैच की सीरीज का आखिरी वनडे आज दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम पर खेला जाएगा। दोनों टीमें सीरीज में 2-2 से बराबरी पर हैं। ऐसे में जो भी टीम यह वनडे जीतेगी, सीरीज उसकी होगी।
टीम इंडिया यदि इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को हराती है तो घरेलू मैदान पर उसकी लगातार 7वीं द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीत होगी। वहीं, यदि ऑस्ट्रेलिया टीम इंडिया को हराती है तो वह 10 साल भारत में द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीतेगी।
हालांकि, पिछला रिकॉर्ड देखें तो ऑस्ट्रेलिया के लिए यह सीरीज जीतना आसान नहीं होगा। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अब तक 181 द्विपक्षीय वनडे सीरीज खेली हैं, लेकिन कभी भी वह 0-2 से पिछड़ने के बाद सीरीज नहीं जीत पाई है।
यही नहीं, भारत के खिलाफ पांच मैच की शृंखला में 0-2 से पिछड़ने के बाद कोई भी टीम उससे सीरीज जीत नहीं पाई है।ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी बार 2009 में भारत में वनडे सीरीज जीती थी। तब उसने 6 वनडे की सीरीज में भारत को 4-2 से हराया था।
ऑस्ट्रेलिया का जीतना कप्तान एरॉन फिंच के लिए भी व्यक्तिगत उपलब्धि होगी। उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया पहली बार वनडे सीरीज जीतेगी। फिंच की कप्तानी में ऑस्ट्रेलियाई टीम चौथी सीरीज खेल रही है। इससे पहले उसे तीनों में हार मिली है।
ऑस्ट्रेलिया ने फिंच की अगुआई में अब तक 12 वनडे खेले हैं। इनमें से कंगारुओं को 4 में जीत, जबकि 8 में हार मिली है।उधर, विराट कोहली की अगुआई में टीम इंडिया अब तक घरेलू मैदान पर एक भी वनडे सीरीज नहीं हारी है।
उनकी अगुआई में टीम इंडिया ने घरेलू मैदान पर अब तक पांच वनडे सीरीज खेलीं और सभी जीतीं। ऐसे में दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया को हराकर कोहली अपना यह व्यक्तिगतरिकॉर्ड बरकरार रखना चाहेंगे। हालांकि, टीम इंडिया का हालिया हालिया प्रदर्शन, खराब फील्डिंग, ओपनिंग क्रम के प्रदर्शन में निरंतरता और सही संयोजन की कमी से टीम मैनेजमेंट चिंतित है।
कोहली ने फिरोज शाह कोटला पर अब तक 6 वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। इनमें उन्होंने 202 रन बनाए हैं। इस मैदान पर सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम है। उन्होंने 8 वनडे में 300 रन बनाए हैं।
वैसे कोहली इस समय जैसी फॉर्म में हैं, उसे देखते हुए उम्मीद की जा सकती है कि इस मैच में वे कोटला पर सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे।भारतीय टीम की बल्लेबाजी की बात करें तो शिखर धवन ने पिछले मैच में 143 रन की पारी खेली थी, लेकिन उन्हें इस निरंतरता को बनाए रखना होगा।
कोटला उनका घरेलू मैदान है। उम्मीद है कि वे कोटला पर भी मोहाली जैसी पारी खेलेंगे। कोहली का भी यह घरेलू मैदान है। वे टीम के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर हैं। उन्होंने 4 वनडे में 72.50 की औसत से 290 रन बनाए हैं। इसमें दो शतक शामिल हैं।मोहाली में खराब गेंदबाजी के कारण टीम इंडिया 350+ का स्कोर का बचाव नहीं कर पाई।
युजवेंद्र चहल ने 80 रन देकर एक विकेट लिया। केदार जाधव ने 5 ओवरों में 44 रन दिए। जसप्रीत बुमराह ने 3 विकेट जरूर लिए, लेकिन उन्होंने 63 रन दिए। भुवनेश्वर कुमार ने शुरू में एक विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया को झटका दिया, लेकिन आखिरी ओवर्स में विपक्षी बल्लेबाजों पर लगाम लगाने में नाकाम रहे।
कुलदीप यादव और ऑलराउंडर विजय शंकर ही कुछ किफायदी गेंदबाजी करने में सफल रहे। कुलदीप ने 64 रन देकर एक विकेट लिया, जबकि विजय ने 5 ओवर में 29 रन दिए। टीम इंडिया को यदि आखिरी वनडे जीतना है तो उसके गेंदबाजों को ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को पवेलियन भेजने के साथ-साथ उनकी रनगति पर भी लगाम लगानी होगी।
फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में भारतीय टीम ने अब तक 20 वनडे खेले हैं। इनमें से उसने 12 जीते हैं, जबकि 6 में उसे हार का सामना करना पड़ा है। एक वनडे रद्द हो गया, जबकि एक बेनतीजा रहा। टीम इंडिया इस मैदान पर पिछले 5 में से 4 वनडे में जीतने में सफल रही है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया इस मैदान पर 4 वनडे खेल चुके हैं। इनमें से भारत ने तीन और ऑस्ट्रेलिया ने एक मैच जीता है। दोनों के बीच इस मैदान पर आखिरी वनडे 31 अक्टूबर 2009 को खेला गया था। भारत ने उस मैच को 6 विकेट से जीता था।
टीमें इस प्रकार हैं : भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, शिखर धवन, अंबाती रायडू, केदार जाधव, हार्दिक पंड्या, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, विजय शंकर, लोकेश राहुल, ऋषभ पंत।
ऑस्ट्रेलिया : एरॉन फिंच (कप्तान), जेसन बेहरेनडॉर्फ, एलेक्स कैरी, नाथन कूल्टर नाइल, पैट कमिंस, पीटर हैंड्सकॉम्ब, उस्मान ख्वाजा, नाथन लियोन, शॉन मार्श, ग्लेन मैक्सवेल, झाए रिचर्ड्सन, केन रिचर्डसन, मार्क्स स्टोइनिस, एश्टन टर्नर, एडम जम्पा।