बारिश ने की मदद उत्तराखंड लगी आग को बुझाने में

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उत्तराखंड में हुई हल्की से मध्यम बारिश से पूरे राज्य में जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिये चलाये जा रहे अभियान में बहुत मदद मिली.वहीं नैनीताल जिले में दो और व्यक्तियों की मृत्यु होने से पिछले काफी समय से प्रदेश में लगी वनाग्नि से होने वाली मौतों की संख्या सात हो गयी.प्रदेश के मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह ने देहरादून में संवाददाताओं को बताया कि प्रदेश में कल से कई स्थानों पर हुई वर्षा से वनाग्नि को काबू करने में काफी मदद मिली और इस समय स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. 

सिंह ने बताया कि आज विभिन्न स्थानों से आग लगने की 90 ताजा घटनाएं रिपोर्ट की गयीं जिनमें से 76 पर तुरंत काबू पा लिया गया. उन्होंने कहा हालांकि 14 अन्य स्थानों पर वनाग्नि पर नियंत्रण के प्रयास किये जा रहे हैं और उसपर भी जल्दी ही काबू पा लिया जायेगा.मुख्य सचिव ने बताया कि आज आग बुझाने के लिये वायुसेना के एम आई-17 हैलीकाप्टर का प्रयोग नहीं किया गया. 

इस साल अब तक वनाग्नि में 3739 हेक्टेअर जंगल जल कर खाक हो चुके हैं जबकि नैनीताल जिले में दो और लोगों की मृत्यु हो गयी जिससे 15 अप्रैल से घोषित किये गये फायर सीजन के दौरान मरने वालों की संख्या सात पहुंच गयी.मुख्य सचिव ने कहा कि फिलहाल राज्य का मुख्य ध्यान वनाग्नि पर पूर्ण नियंत्रण पाने पर है और उसके बाद वन्यजीवों को हुए नुकसान का आंकलन कर उसकी रिपोर्ट तैयार की जायेगी.  

नौ मई से शुरू हो रही चारधाम यात्रा के रूटों को पूरी तरह सुरक्षित बताते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि श्रद्घालु यहां बेफिक्र होकर आयें और वनाग्नि का कोई बुरा प्रभाव चारधाम यात्रा की तैयारियों पर नहीं पडा है.उन्होंने कहा कि वनाग्नि की घटनाओं पर काबू पाने के लिए तत्कालिक प्रयासों के साथ-साथ दीर्घकालिक उपायों के लिए भी गम्भीरता से विचार किया जा रहा है जिसके लिये विशेषज्ञों से बातचीत चल रही है. 

उधर, यहां मौसम केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि कल शाम पहाडों में उंचाई वाले स्थानों पर तथा मैदानी क्षेत्रों में रात भर हल्की से मध्यम बारिश हुई . उन्होंने बताया कि पिथौरागढ जिले के मुनस्यारी में 11 मिमी जबकि देहरादून में सात मिमी वर्षा रिकार्ड की गयी. 

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