कश्मीर के उड़ी सेक्टर में सिक्युरिटी फोर्सेज ने एनकाउंटर में 3 आतंकियों को मार गिराया। ऑफिशियल्स के मुताबिक आतंकियों ने पिछले साल की तरह ही इस बार भी आर्मी बेस पर हमले की साजिश रची थी। बता दें कि पिछले साल 18 सितंबर को 4 आतंकियों ने उड़ी में आर्मी ब्रिगेड हेक्वार्टर पर हमला किया था, जिसमें 19 जवान शहीद हो गए थे। इसे 20-21 सालों में इंडियन आर्मी पर किया गया सबसे बड़ा हमला माना गया था।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक आर्मी के एक ऑफिशियल ने बताया कि उड़ी के कालगई एरिया में कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इस पर सुबह आर्मी और पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया। इसी दौरान आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी गोलीबारी में 3 आतंकी मारे गए। एक जवान और 3 सिविलियन भी जख्मी हुए।
डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस एसपी वैद ने कहा आतंकियों की साजिश सुसाइड अटैक करने की थी, जैसा कि पिछले साल उड़ी में आर्मी बेस पर हुए हमले में एक आतंकी ने किया था। एक बड़ी त्रासदी टल गई। पुलिस और आर्मी को पहले ही इसकी सूचना मिल गई थी। लिहाजा हमले को रोकने के लिए ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें हम कामयाब रहे।
बारामुला जिले के सोपोर में एक SPO (विशेष पुलिस अधिकारी) ने रविवार को साहस दिखाते हुए कई लोगों की जिंदगी बचा ली। आकिब ने आतंकियों द्वारा सीआरपीएफ की गाड़ी को निशाना बनाकर फेंके गए ग्रेनेड को हाथ से उठाकर दूर फेंक दिया, जिससे कई लोगों की जान बच गई। हालांकि ग्रेनेड में हुए विस्फोट से वे खुद, एक अन्य पुलिसकर्मी और सीआरपीएफ के एक जवान समेत 7 लोग घायल हो गए।
उधर, आर्मी और कुपवाड़ा पुलिस ने रविवार को एक आतंकी ठिकाने से गोला-बारूद का जखीरा बरामद किया। इनमें 1 Ak47, 1 LMG, 2 पिस्टल, 1 RPG , IED, वायरलेस सेट और एंटी एयरक्राफ्ट गन शामिल हैं।उधर, पुंछ के बीजी सेक्टर में एलओसी के पास रविवार तड़के पाकिस्तान की ओर से सीजफायर वॉयलेशन किया गया, जिसमें आर्मी के 2 जवान जख्मी हो गए।