लखनऊ रिंग रोड को दिल्ली- डासना-मेरठ के एक्सिस कंट्रोल एक्सप्रेस हाइवे से कनेक्ट करने की तैयारी की जा रही है। इस पूरे प्रोसेस में 11 हजार करोड़ की लागत आएगी। इसके बाद पैसेंजर बाई रोड राजधानी एक्सप्रेस से भी कम समय में लखनऊ से दिल्ली पहुंच सकेंगे। राजधानी एक्सप्रेस से लखनऊ से दिल्ली जाने में अभी करीब 6 घंटे लगते हैं।
मंगलवार को ये जानकारी केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने दी।उन्होंने बताया कि रिंग रोड का भूमि पूजन गृहमंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। एक्सिस कंट्रोल एक्सप्रेस हाइवे 8 लेन का होगा। दो लेन ऐसी होगी, जिसमें लोग 170 किलोमीटर की रफ्तार से गाड़ी चला सकते हैं। इसमें दोनों तरफ से वॉल होगी और कोई भी व्यक्ति या जानवर इधर-उधर से नहीं आ सकेगा। वहीं, दो-दो लेन धीमी रफ्तार वाले गाड़ियों के लिए होगी। गडकरी ने बताया कि एनएच-24 पर स्वामीमंदिर से डासना तक 14 लेन का हाइवे बनाने जा रहे हैं। इससे न सिर्फ दिल्ली का जाम काम होगा, बल्कि बाकी राज्यों को भी फायदा मिलेगा।
परिवहन मंत्री ने बताया कि कानपुर और लखनऊ की सडक 10 हजार करोड़ की लागत से बनाई जाएगी। इसके बाद दो घंटे में तय होने वाला सफर महज आधे घंटे में तय कर सकेंगे। उन्होने बताया कि इसका डीपीआर बनाने का निर्देश दिया है। ये इसी साल दिसंबर तक शुरू हो जाएगा।गडकरी ने कहा कि हम राज्य में 8483 हजार किलोमीटर के हाइवे को दो महीने के अंदर 17000 किलोमीटर यानी दोगुना करने जा रहे हैं। इसमें डिस्ट्रिक कनेक्टिविटी का खास ध्यान रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि वाराणसी-गोरखपुर तक 203 किलोमीटर लंबी सड़क के कंस्ट्रक्शन पर 2 हजार 747 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।नितिन गडकरी ने बताया कि हमारी कोशिश है कि दो लेन को चार लेन बनाएंगे, जबकि चार लेन को छह लेन और चार लेन को छह लेन में तब्दील करेंगे। उन्होंने बताया कि हर साल रोड पर करीब पांच लाख एक्सीडेंट होते हैं, जिसमें तीन लाख लोगों के हाथ-पैर टूट जाते हैं, जबकि दो लाख लोग मर जाते हैं। इसलिए सड़कों की चौड़ाई ज्यादा होगी।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में करीब 80 फीसदी ट्रैफिक हाइवे पर चलेगा। दिल्ली-मेरठ हाइवे का काम 1300 करोड़ रुपए की लागत से होगा।परिवहन मंत्री ने कहा कि हम पूरे देश में करीब 275 पुल बना रहे हैं। जिसमें से 10 रेलवे पुल हम यूपी में बनाएंगे।धार्मिक स्थलों को जोडने के लिए 6 हजार करोड़ की लागत से 1200 किलोमीटर सड़क बनाई जाएगी। इससे सहारनपुर, वाराणसी, अयोध्या, कन्नौज, हरदोई सीतापुर, बाराबंकी, चित्रकूट को जोड़ा जाएगा।
उन्होंने ये भी बताया कि लखनऊ-सुल्तानपुर, लखनऊ-रायबरेली, रायबरेली-जौनपुर, मेरठ-बुलंदशहर, सुल्तानपुर-वाराणसी जैसे हाइवे में से कुछ का काम शुरू हो गया है। कुछ काम इस साल शुरू हो जाएगा।गडकरी ने ये भी बताया कि यूपी में ईस्टन पेरीफेरा एक्सप्रेस वे के तहत 4 हजार 417 करोड़ रुपए खर्च कर 135 किमी सड़क बनाई जाएगी।
31 दिसंबर 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोएडा में दिल्ली-डासना-मेरठ एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखी थी। एक्सप्रेस-वे की नींव रखते हुए मोदी ने कहा था कि यह एक्सप्रेस वे प्रदूषण रहित भविष्य की पहचान होगा।उन्होंने कहा था कि बदलते वक्त में रफ्तार रूकने वाली नहीं है और ना रफ्तार की गति रूकने वाली है।गांव का आदमी भी अब इस बात को समझता है कि अगर विकास की यात्रा से जुडना है, तो मुझे पहले अपने गांव की अच्छी सड़क से जोड़ना है।