पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री छगन भुजबल की परेशानी उस समय और बढ़ गई जब प्रवर्तन निदेशालय ने आज उनके और दो अन्य लोगों के खिलाफ धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत दो आर्थिक सूचना रिपोर्ट मामले (ईसीआईआर) दर्ज किये।भुजबल एवं अन्य के खिलाफ पीएमएलए के प्रावधानों के तहत दो मामले दर्ज किये हैं।’’ सूत्र ने कहा कि पहला ईसीआईआर महाराष्ट्र सदन घोटाला और कलिना भूमि आवंटन मामले से संबंधित है जबकि दूसरा ईसीआईआर राकांपा के वरिष्ठ नेता के खिलाफ एफआईआर से संबंधित है जो नवी मुम्बई में एक आवास योजना से संबंधित है।
उन्होंने बताया कि नवी मुम्बई में आवास परियोजना के संबंध में डेवेलपर ने फ्लैट की लागत का 10 प्रतिशत साल 2010 में बुकिंग राशि के रूप में एकत्र किया था लेकिन कोई काम शुरू नहीं किया।नवी मुम्बई पुलिस ने शनिवार को इस मामले में भुजबल पर मुकदमा दर्ज किया था जिसमें 44 करोड़ रूपये की राशि जुड़ी है।