कश्मीर घाटी में तेज बारिश से अमरनाथ यात्रा फिलहाल रोक दी गई है। बालटाल मार्ग पर शाम को भूस्खलन से पांच श्रद्धालुओं की मौत हो गई। इनमें चार पुरुष और एक महिला शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि बालटाल मार्ग पर रेलपतरी और बरारीमर्ग के बीच जमीन खिसकने से यह हादसा हुआ।
इसके साथ ही इस साल अमरनाथ यात्रा के दौरान मरने वालों की तादाद बढ़कर 11 हो गई। सोमवार से मंगलवार सुबह तक अलग-अलग वजहों से तीन व्यक्तियों की मौत हो गई थी। इससे पहले, बीएसएफ के एक अफसर, एक यात्रा स्वयंसेवी और एक पालकी ढोनेवाले की भी जान चली गई थी।
पुलिस के मुताबिक, जत्थे में शामिल सात यात्री पहाड़ के मलबे में दब गए। मौके पर मौजूद टीमों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया। मलबे से निकाले जाने तक तीन लोगों की मौत हो चुकी थी। पुलिस के मुताबिक, मारे गए लोगों और घायलों की पहचान अभी नहीं हो सकी है। इन्हें बालटाल बेस हॉस्पिटल लाया गया है।
अमरनाथ यात्रा 28 जून से शुरू हुई है। यह 60 दिन चलेगी। अमरनाथ यात्रा के पांचवें दिन सोमवार को सबसे ज्यादा 22,500 यात्रियों ने दर्शन किए। अब तक कुल 36,366 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।राज्य में 20 जून को राज्यपाल शासन लगा था।
इसके बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह पहली बार बुधवार को दो दिन के दौरे पर श्रीनगर पहुंच रहे हैं। वे यहां अमरनाथ यात्रा के लिए किए गए सुरक्षा इंतजामों की भी समीक्षा करेंगे। भाजपा ने महबूबा मुफ्ती की अगुवाई वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) गठबंधन सरकार से 19 जून को समर्थन वापस ले लिया था।