ढाई साल की बच्ची के साथ दिल्ली में रेप

rape

सरोजनी नगर इलाके में ढाई साल की बच्ची से दुष्कर्म की घटना हुई. बच्ची की हालत गंभीर उसे वेंटिलेटर पर रखा गया.बच्ची को उपचार के लिए सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसका ऑपरेशन किया गया है. हालांकि इससे उसकी स्थिति सुधरी नहीं और बिगड़ गई, जिसके बाद उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है. इस मामले में पुलिस ने रेलवे कालोनी से आरोपी सोनू उर्फ बंदर को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जाता है कि वह पड़ोस में ही रहता था. बच्ची उसे चाचू कहकर पुकारती थी.

पुलिस के अनुसार पीड़ित बच्ची अपने माता-पिता के साथ सरोजनीनगर के पिलंजी गांव में रहती है. उसके पिता चाऊमीन का ठेला लगाते हैं जबकि मां गृहिणी है. दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पीड़ित मासूम बच्ची शनिवार देर शाम को खेलने के लिए अपने घर से बाहर निकली थी. 

रात करीब 9.30 बजे अचानक वह रोते हुए घर वापस आई. उसकी मां बच्ची की हालत देख रोने लगी. बच्ची को देखा कि उसके कपड़े कीचड़ और खून से सने हुए हैं जबकि बच्ची बार-बार बेहोश हो रही थी. बच्ची की हालत को गंभीर देख उसे सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया. देर रात ही बच्ची के साथ दुष्कर्म होने की जानकारी अस्पताल प्रशासन द्वारा पुलिस को मिली, जिसके बाद पुलिस टीमें अस्पताल पहुंचीं. 

हालांकि बच्ची की हालत को गंभीर मानते हुए उसका रात में ही ऑपरेशन किया गया और इसके बाद उसे आईसीयू में भर्ती कर लिया गया. पुलिस को परिजनों ने बताया कि इस घटना के बाबत पूछे जाने पर पीड़ित बच्ची बार-बार किसी चाचू का जिक्र कर रही है लेकिन वह समझ नहीं पा रहे हैं कि किस चाचू की यह हरकत है. 

पुलिस का कहना है कि ऐसा लगता है कि बच्ची को खेलते हुए उसे अगवा कर किसी सुनसान स्थल पर ले जाया गया, जहां उसके साथ हैवानियत किया गया. देर रात को ही बच्ची को छोड़ दिया गया, जिसके बाद वह घायलावस्था में अपने घर पहुंची थी. 

उधर घटना के बारे में जानकारी मिलने पर महिला आयोग की अध्यक्षा बरखा शुक्ला सिंह ने अस्पताल का दौरा किया. उन्होंने परिजनों को यह आश्वासन दिया कि उन्हें प्रत्येक तरह से मदद प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि मासूस की बच्चों की सुरक्षा का विषय बेहद संवेदनशील है इसलिए परिजनों को भी इसके लिए सतर्क रहने की जरूरत है. 

उन्होंने बताया कि आयोग के कुछ कॉउंसलर परिजनों के साथ अस्पताल में मौजूद हैं. पुलिस ने इस संबंध में सरोजनी नगर थाने में आईपीसी की धारा 376 व पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आरोपी के तलाश के लिए 15 टीमें लगा दी गई हैं जिसमें से एक टीम बिहार भी भेजी गई है.

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