ये उपाय करने से होगी मनचाही संतान
हमारे ऋषि महर्षियों ने हजारो साल पहले ही संतान प्राप्ति के कुछ नियम और सयम बताये है ,संसार की उत्पत्ति पालन और विनाश का क्रम पृथ्वी पर हमेशा से चलता रहा है,और आगे भी चलता रहेगा। इस क्रम के अन्दर पहले जड चेतन का जन्म होता है,फ़िर उसका पालन होता है और समयानुसार उसका विनास होता है।
प्रत्येक दम्पति चाहता हैं कि उसके कम से कम एक पुत्र अवस्य हो | पुत्र कि चाह में अनेक दम्पति कई कन्याओ को जन्म देते रहते हैं और पुत्र कि चाह में अपने परिवार को बढ़ाते चले जाते हैं |
(READ:- जानें किन सुन्दर स्त्रियों की वजह से हुआ था महाभारत)