चुनाव में हार के बाद एक साथ मंच पर आए चाचा शिवपाल और अखिलेश यादव

यूपी चुनाव में हार के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी बसपा सुप्रीमो मायावती के सुर में सुर मिलाते हुए भविष्य में सभी चुनाव बैलेट पेपर से कराए जाने की मांग की है। अखिलेश का यह बयान मायावती के उस बयान के बाद आया है जिसमें माया ने कहा है कि उनकी पार्टी हरेक महीने की 11 तारीख को राज्यभर में धरना देगी और चुनावों में ईवीएम के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने की मांग करेगी।

गुरूवार को नव निर्वाचित विधायकों की लखनऊ में पार्टी मुख्यालय में बैठक के बाद अखिलेश ने ये बयान दिया। इस बैठक में चुनाव के बाद पहली बार अखिलेश यादव को चाचा शिवपाल यादव के साथ एक मंच पर देखा गया। इससे पहले शिवपाल यादव विधायकों के बीच 10वीं पंक्ति में बैठे थे लेकिन आजम खान उन्हें पकड़कर स्टेज पर ले आए और अखिलेस के बगल में बैठा दिया।

बैठक के बाद पार्टी प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने मीडिया को बताया कि अखिलेश यादव और उनकी पार्टी ने चुनाव आयोग से मांग की है कि भविष्य में होने वाले चुनावों में ईवीएम की जगह बैलेट पेपर का इस्तेमाल किया जाय। चौधरी ने बताया कि पार्टी नेताओं और विधायकों के कहा गया है कि ईवीएम में छेड़छाड़ से संबंधित सबूतों को इकट्ठा करें ताकि उसे चुनाव आयोग में सौंपा जा सके।

चौधरी ने बताया कि बैठक में अखिलेश यादव ने सभी नव निर्वाचित 47 विधायकों को जीत की बधाई देते हुए कहा कि आपलोगों ने विषम परिस्थितियों में, जब भाजपा के सभी केन्द्रीय मंत्री झूठ का सहारा लेकर मतदाताओं को दिग्भ्रमित कर रहे थे, तब चुनाव जीता।

कानपुर के सिसामऊ से पार्टी के विधायक हाजी इरफान सोलंकी ने कहा पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभी विधायकों से कहा है कि वो ईवीएम में छेड़छाड़ से संबंधित सबूत सौंपें ताकि उसे लेकर अदालत का दरवाजा खटखटाया जा सके।

इसके अलावा अखिलेश ने पार्टी के सबी नेताओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि अगले पांच साल तक संघर्ष करने के बाद साल 2022 में हमलोग फिर से सत्ता में वापसी करेंगे।इस बैठक में अखिलेश यादव ने विधायकों को सदन के अंदर और सदन के बाहर अपनी आवाज बुलंद करने को कहा।

इसके साथ ही अखिलेश ने सभी विधायकों से लोगों को सपा सरकार में हुए विकास कार्य के बारे में जागरूक करने को भी कहा है। ताकि भाजपा सरकार उन कार्यों का श्रेय न ले सके। अखिलेश ने विधायकों से समाजवादी आदर्शों पर भी जोर देने को कहा है। बैठक में विधायकों ने अखिलेश यादव को विधायक दल का नेता चुनने के लिए अधिकृत कर दिया।

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