जीतन राम मांझी ने बिहार में विधानसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ने की इच्छा जताई है.अमित शाह से मुलाकात के बाद मांझी ने कहा कि हम बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे . उन्होंने कहा कि अभी सीटों पर बात नहीं हुई है. मांझी ने कहा कि बिहार में लालू और नीतीश के गठबंधन को नाकाम करना हमारे लिए सबसे बड़ा मुद्दा है.बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस बड़ी मुहिम में अगर वह एनडीए के साथ आते हैं, तो उनका स्वागत है.गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद यह तय हो गया कि मांझी की पार्टी बिहार चुनाव में राजग का हिस्सा होगी. माना जा रहा है कि उन्हें डेढ़ से दो दर्जन सीटें मिल सकती हैं.
यूं तो यह पहले ही तय हो गया था कि मांझी प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से भाजपा के साथ होंगे, लेकिन राजद-जदयू गठबंधन के बाद भाजपा चाहती है कि महादलित वोटों का न सिर्फ बंटवारा हो, बल्कि वह भाजपा और राजग के खाते में जुड़े.मांझी को जिस तरह मुख्यमंत्री पद से हटाया गया था उसके बाद यह संभावना जताई जाने लगी थी कि वह अपनी जाति मुसहर के अलावा महादलित वर्ग की दूसरी जातियों को भी प्रभावित कर सकते हैं.
अगर वह तीन से चार फीसद अतिरिक्त वोट भी राजग के खाते में जोड़ने में सफल होते हैं तो बढ़त मिल सकती है. लिहाजा गुरुवार को मांझी के राजग खेमे में आने पर सहमति बन गई. सूत्रों के अनुसार, अभी सीटों की संख्या पर बात नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि उन्हें दो दर्जन तक सीटें दी जा सकती हैं.मांझी की पार्टी ‘हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा’ जल्द ही एनडीए में औपचारिक रूप से शामिल हो जाएगी. दूसरी तरफ एक नाटकीय घटनाक्रम में बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने आरजेडी चीफ लालू प्रसाद से मुलाकात की.