अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर चुटकी लेते हुए कहा है कि उसकी रुचि दिखावा करने में ज्यादा है.वाराणसी स्थित संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग के संदर्भ में अखिलेश ने बृहस्पतिवार को यहां कहा कि हम तो संस्कृत विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने की केंद्र सरकार से सिफारिश भर कर सकते है.यह अलग बात है कि जिन्हें इस संबंध में निर्णय करना है. उनकी रुचि दिखावा करने में ही ज्यादा लगती है. मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर संस्कृत विद्वानों को सम्मानित करने के लिए आयोजित एक समारोह को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने यह भी कहा कि यदि केंद्र सरकार यूपी में कोई दूसरा केंद्रीय विश्वविद्यालय स्थापित करना चाहती है, तो राज्य सरकार उसके लिए जमीन उपलब्ध कराने को तैयार है. समारोह में मौजूद भगवत गीता प्रतियोगिता की विजेता मरियम सिद्दीकी की सराहना करते हुए अखिलेश ने कहा कि इस उपलब्धि के बाद उन्हें बहुत जगहों पर सम्मानित किया गया है और प्रधानमंत्री ने भी उन्हें सम्मानित किया है.
यादव ने मरियम की ओर मुखातिब होते हुए कहा कि केवल आपके मामले में ही नहीं, बल्कि बहुत सारे मामलों में केंद्र सरकार हमारी नकल करती है. आपने जो किया है उससे समाज में भाईचारा और एकता को बल मिलेगा.मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पिता मुलायम सिंह यादव ने अपने मुख्यमंतित्व काल में सभी भारतीय भाषाओं को आगे बढ़ाने में उल्लेखनीय काम किया और समाजवादी पार्टी सरकार उस परम्परा को आगे बढ़ा रही है.आपातकाल की 40वीं बरसी की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी सरकार ने आपातकाल के दिनों में जेल यातना सहने वालों और लोकतंत्र के लिए लड़ने वालों को, लोकतंत्र सेनानी की उपाधि देकर उनके लिए पेंशन शुरू की थी, जिसे बाद की सरकारों ने बंद कर दिया था.