पाकिस्तान तालिबान ने रविवार को एक वीडियो जारी किया। इसमें उसके आतंकवादी एक मिसाइल के साथ दिख रहे हैं। उसने दावा किया है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सैन्य हेलीकॉप्टर को मार गिराने में इसी मिसाइल का उपयोग किया गया था। इस हमले में नॉर्वे और फिलीपींस के राजदूतों समेत सात लोग मारे गए थे। ऐसे हमले और करने की धमकी भी दी गई है। जिहादी मीडिया फोरम की ओर से जारी हुए वीडियो में चार नकाबपोश आतंकवादी जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल (एसएएम-7 बी) के साथ हैं। इसका इस्तेमाल गिलगित-बाल्टिस्तान की नल्तार घाटी में एमआइ-17 को मार गिराने में किया गया था।
वीडियो के शुरू में उर्दू में लिखे एक संदेश में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने दावा किया कि मिसाइल हेलीकॉप्टर के पिछले भाग में उस समय लगी जिस समय वह मुड़ रहा था। इस कारण हेलीकॉप्टर हवा में पूरी तरह नष्ट नहीं हो पाया। संदेश में दावा किया गया है कि हेलीकॉप्टर को मार गिराने के लिए तीन किमी दूर से मिसाइल दागी गई थी। रूसी एसएएम-7 बी मिसाइल तीन किमी दूर से लक्ष्य को निशाना बना सकती है।
एक अमेरिका आधारित वेबसाइट एसआइटीई इंटेलिजेंस ग्रुप ने अपनी बेवसाइट पर यह वीडियो डाला है। यह कट्टरपंथी समूहों पर निगरानी रखती है। तालिबान ने बयान में कहा, ‘अल्लाह की ख्वाहिश से हम इस तरह के और हमले करेंगे।’ हमले के बाद टीटीपी ने जिम्मेदारी ली थी और दावा किया था कि उसका निशाना प्रधानमंत्री नवाज शरीफ थे।