विवादित लेखक सलमान रुश्दी पर हुए जानलेवा हमले के बाद उनका समर्थन करने को लेकर पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान निशाने पर आ गए हैं. जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल प्रमुख मौलाना फजल-उर-रहमान ने इमरान खान को धमकी दी है. पाकिस्तान की गठबंधन सरकार में रहमान अहम साथी हैं.
उन्होंने कहा कि सलमान रुश्दी पर हुए जानलेवा हमले की आलोचना करने के बाद पश्चिमी देशों की मीडिया इमरान खान के समर्थन में आ गई है. अपने बयान में उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र किस आधार पर इमरान खान से सहानुभूति जता रहा है.
जेयूआई-एफ के सुप्रीमो ने कहा कि तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के चेयरमैन इमरान खान के रुश्दी पर हुए हमले की निंदा करने के बाद दुनिया अब पाकिस्तान पर ज्यादा दबाव बना रही है.उन्होंने कहा कि इस वक्त पाकिस्तान पर काफी ज्यादा अंतरराष्ट्रीय दबाव है.
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान की सरकार ने इमरान खान के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया तो उनकी पार्टी आंदोलन छेड़ेगी. उन्होंने कहा कि इमरान खान और उनकी पार्टी पीटीआई खुद को संविधान और कानून से ऊपर मानते हैं.
देश की वैचारिक नींव और संविधान की रक्षा के लिए जेयूआई-एफ पीछे नहीं रहेगा. दूसरी ओर इमरान खान और पीटीआई के शीर्ष नेताओं के खिलाफ इस्लामाबाद में सार्वजनिक कार्यक्रमों के आयोजन पर लगे प्रतिबंध का उल्लंघन करने के लिए हाल ही में एक मामला दर्ज किया गया है.
खान ने 20 अगस्त को यहां एक विरोध सभा को संबोधित किया था. पुलिस ने पार्टी नेतृत्व को धारा 144 का उल्लंघन करने के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए सोमवार को इस्लामाबाद के आबपारा थाने में मामला दर्ज किया.
प्राथमिकी में 69 वर्षीय खान के अलावा पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कई नेताओं को नामजद किया गया है. इससे पहले, इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने यहां एक रैली के दौरान एक महिला न्यायाधीश के बारे में विवादित टिप्पणी करने के मामले में पूर्व प्रधानमंत्री खान के विरुद्ध अवमानना कार्यवाही शुरू करने का निर्णय लिया था.