हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) और अफगानिस्तान स्थित खतरनाक हक्कानी नेटवर्क पर पाकिस्तान में प्रतिबंध नहीं है। पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी 60 प्रतिबंधित आतंकी संगठनों की सूची में इनके नाम नहीं हैं।पाकिस्तान सरकार ने जमात-उद-दावा को अधिकारियों की निगरानी वाली सूची में रखा है। मतलब आतंकवाद को प्रोत्साहन देने का दोषी पाए जाने पर ऐसे संगठनों पर पाबंदी लगाई जा सकती है। उल्लेखनीय है कि जमात को संयुक्त राष्ट्र ने आतंकी सूची में रखा है और अमेरिका सरकार ने जमात प्रमुख हाफिज सईद के सिर पर एक करोड़ डॉलर (करीब 66 करोड़ रुपये) का इनाम रखा है।
जबकि सईद पाकिस्तान भर में स्वतंत्र रूप से घूमता है। इस सूची में छोड़ा गया हक्कानी नेटवर्क अफगानिस्तान में पश्चिमी और भारतीय हितों के खिलाफ हमले करता रहा है। इसमें 2008 में काबुल में भारतीय दूतावास में किया गया विस्फोट शामिल है।सूची के मुताबिक, पाकिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल 60 संगठनों को प्रतिबंधित किया गया। इन संगठनों को सूची में वर्णमाला के अक्षरों के क्रम में रखा गया है। लश्कर-ए-तैयबा को 39वें और जैश-ए-मोहम्मद को 29वें स्थान पर रखा गया।इसमें अल कायदा और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान जैसे शीर्ष आतंकी संगठनों के नाम भी हैं। क्षेत्र में उपस्थिति दर्ज करा रहे इस्लामिक स्टेट या दायेश का नाम नहीं है।