अमेरिका में पुलिस की गोलीबारी में एक अश्वेत नागरिक की मौत हो गई है. इस घटना के बाद अमेरिका में कई जगह हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. हालांकि, पुलिस इसे महज एक गलती बता रही है, लेकिन प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पुलिस ने जानबूझकर 20 वर्षीय डौंटी राइट को निशाना बनाया.
बता दें कि पिछले साल अमेरिकी पुलिस ने जॉर्ज फ्लॉयड की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसके बाद अमेरिका में जमकर हिंसा हुई थी. अब एक बार फिर वैसा ही माहौल निर्मित हो गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, डौंटी राइट को पुलिस ने जहां गोली मारी, वो उस जगह से सिर्फ 16 किलोमीटर दूर है, जहां पिछले साल जॉर्ज फ्लॉयड को पुलिस ने अपना शिकार बनाया था.
रिपोर्ट में बताया गया है कि यह घटना उस वक्त हुई जब 20 साल का डौंटी राइट रविवार को कार से घर वापस लौट रहा था. इस दौरान उसकी दूसरी कार से टक्कर हो गई और मौके पर पहुंची पुलिस ने बिना किसी उकसावे से उसे गोली मार दी.
मृतक की मां ने कहा है कि कार की टक्कर के बाद डौंटी ने उन्हें फोन करके बताया था कि पुलिस ने उसे जबरन रोक कर रखा है. मृतक की मां ने बताया कि पुलिस वाले डौंटी राइट को फोन नीचे रखने के लिए कह रहे थे. बाद में एक पुलिस अधिकारी ने उसका फोन बंद कर दिया.
इसके कुछ देर बाद डौंटी के दोस्त ने मुझे फोन करके बताया कि उसे पुलिस ने गोली मार दी है. घटना की जानकारी मिलते ही लोग बड़ी संख्या में इकठ्ठा होने लगे. इस दौरान उनकी पुलिस से भी झड़प हुई. वहीं, मृतक की मां ने लोगों से हिंसा नहीं करने की अपील की है.
उन्होंने कहा है कि हिंसा से यह असल सवाल दब जाएगा कि उनके बेटे को बेवजह क्यों मारा गया.डौंटी राइट की मौत के बाद पुलिस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ड्राइवर को ट्रैफिक उल्लंघन के आरोप में पुलिस ने रोका था.
इस दौरान पता चला कि शख्स के खिलाफ एक वारंट भी जारी है. जब पुलिस ने उसे हिरासत में लेने की कोशिश की, तो वो भागने की कोशिश करने लगा, जिसके बाद हुई गोलीबारी में उसकी मौत हो गई. यह वारदात उस जगह से सिर्फ 16 किलोमीटर की दूरी पर हुई, जहां पिछले साल अमेरिकन पुलिस ने जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या की थी.
डौंटी राइट की मौत के बाद शहर फिर से सुगल उठा है. लोग आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. ब्रुकलिन सेंटर पुलिस डिपार्टमेंट के बाहर भी प्रदर्शन हो रहे हैं. वहीं, गवर्नर टिम वल्ज ने ट्वीट कर कहा है कि वो लगातार मामले पर नजर बनाए हुए हैं.
उन्होंने कहा कि मेरी नजर लगातार ब्रुकलिन सेंटर पर बनी हुई है. मेरी संवेदनाएं डौंटी राइट के परिवार के साथ है और मैं उनके लिए प्रार्थना कर रहा हूं. उधर, प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस रबर बुलेट्स चला रही है और आंसू गैस के गोले भी दागे जा रहे हैं