पायलट ने बीमार बच्ची को बीच रास्ते में उतारा

यूनाइटेड एयरलाइन्स से यात्रा कर रहे एक दंपति और उनकी बेटी को प्लेन से सिर्फ इसलिए उतार दिया गया क्योंकि पायलट बच्ची से अनकंफर्टेबल महसूस कर रहा था। हैरानी की बात ये है कि पायलट ने ऐसा व्यवहार बच्ची के ऑटिज्म पीड़ित होने की वजह से किया। खुद को कंफर्टेबल रखने के लिए पायलट ने प्लेन की इमर्जेंसी लैंडिंग कर दी।

ये वाकया है यूनाइटेड एयरलाइन की फ्लाइट का, जिसमें डॉना बीगल अपनी 15 साल की बेटी जूलियट फॉर्ब्स के साथ ह्यूस्टन से पोर्टलैंड जा रही थीं। रास्ते में पायलट ने साल्ट लेक सिटी के पास प्लेन की इमर्जेंसी लैंडिंग करके उन्हें उतार दिया। जूलियट को ऑटिज्म की वजह से बात करने में दिक्कत होती है। डॉना को एक समय ये महसूस हुआ कि उनकी बेटी ने काफी देर से कुछ खाया नहीं है।

उस समय तो उनकी बेटी शांत थी, लेकिन अगर उसे काफी देर तक खाने को कुछ ना दिया जाता, तो वो अपसेट हो सकती थी। ऐसे में डॉना ने केबिन क्रू से गर्म खाने की मांग की। डॉना को बताया गया कि गर्म खाना सिर्फ फर्स्ट क्लास यात्रियों के लिए ही उपलब्ध है और पैसे देने पर भी उन्हें गर्म खाना नहीं दिया जा सकता। जब डॉना ने क्रू से अपनी बच्ची की समस्या के बारे में बताया, तो उनके लिए गर्म खाने की व्यवस्था कर दी गई।

इसके आधे घंटे बाद ही पायलट ने एक यात्री के व्यवहार को जिम्मेदार बताकर इमर्जेंसी लैंडिंग की अनाउंसमेंट कर दी। जब डॉना और उनकी बेटी को प्लेन से बाहर किया गया तो वहां पुलिस और सहयोगी स्टाफ मौजूद था। उन्हें कहा गया कि पायलट उनके साथ कंफर्टेबल नहीं है, इसलिए उन्हें जाना होगा। मिस बीगल के मुताबिक उन्हें ‘ऑटिज्म के डर’ की वजह से इग्नोर किया गया और ये गलत है।

अब मिस बीगल कानूनी कार्रवाई करने की सोच रही हैं। उनके मुताबिक एयरलाइन के कर्मचारियों को अच्छी तरह ट्रेनिंग दी जानी चाहिए। दूसरी तरफ एयरलाइन ने यात्रियों की सुरक्षा का हवाला देते हुए अपने इस फैसले का बचाव किया है।

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