अमेरिकी सांसदों ने मांग की है कि अमेरिका पाकिस्तान जैसे चुगलखोर और मुखबिरी करने वाले देश को हथियार न बेचे। सांसदों ने ये भी कहा कि पाकिस्तान लगातार आतंकियों को सपोर्ट कर रहा है, इसलिए उस पर भरोसा नहीं किया जा सकता।बता दें कि पाकिस्तान बीते 14 साल में अमेरिका से 1820 अरब रुपए की मदद ले चुका है।
ये सांसद हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में विदेशी मामलों की कमिटी की सुनवाई के दौरान बुधवार को अपना पक्ष रख रहे थे।यह कमिटी सैन बर्नार्डिनो में हुई फायरिंग के बाद पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद की समस्या पर विचार कर रही है।बता दें कि सैन बर्नार्डिनो में पाकिस्तानी मूल के कपल ने फायरिंग कर 14 लोगों की जान ले ली थी।
सांसद टेड पोए ने ओसामा बिन लादेन को एबटाबाद में मार गिराए जाने की घटना का जिक्र करते हए कहा कि अगर उस वक्त अमेरिका ने पाकिस्तान को यह बताया होता कि वह लादेन पर कार्रवाई करने वाला है तो पाक ने यह बात लादेन तक पहुंचा दी होती।एक सांसद डाना रोहाब्राशर ने पाकिस्तान को धोखेबाज बताते हुए उसे ‘बेनेडिक्ट अर्नाल्ड’ कहा। बता दें कि 17वीं सदी में बेनेडिक्ट एक अमेरिकी जनरल था, जिसने अपनी ही फौज को धोखा देते हुए ब्रिटेन की मदद की थी।
कमिटी के चेयरमैन एड रायस ने कहा, “सैन बर्नार्डिनो के अटैक में शामिल तश्फीन मलिक के पाकिस्तान से रिश्तों पर किसी को शक नहीं हो सकता। वह पाकिस्तान के ही एक स्कूल में पढ़ी और उसने कट्टरपंथ को बढ़ावा दिया।”अमेरिकी सांसदों के मुताबिक, यूएस 2001 में न्यूयॉर्क वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर अल कायदा के हमले के बाद से पाकिस्तान को 1820 अरब रुपए की मदद दे चुका है।
आरोप है कि पाकिस्तान ने ज्यादातर मदद का इस्तेमाल भारत के खिलाफ ताकत बढ़ाने में और सरकारी खर्चे निकालने में किया।उदाहरण के लिए पिछले साल अमेरिका से मिले 50 करोड़ रुपए सरकार ने बिलों का पेेमेंट करने और विदेशी मेहमानों को तोहफे देने में खर्च कर दिए।ओबामा सरकार पाकिस्तान को 8 नए एफ-16 जेट्स बेचने पर विचार कर रही है। इस बारे में कांग्रेस को किसी भी वक्त जानकारी दी जा सकती है।
रिपब्लिकन पार्टी के सांसद टेड पोए ने पाकिस्तान को फाइटर जेट बेचे जाने का विरोध किया है।उनसे पहले यूएस हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के पूर्व स्पीकर न्यूट गिंगरिच ने कहा, ”अमेरिका को एफ-16 पाकिस्तान को नहीं बेचना चाहिए। ये चीजों को बिगाड़ना होगा।”इस साल पाकिस्तान को नेवी कटर वेसल्स बेचे जाने के मामले में यूएस कांग्रेस और स्टेट डिपार्टमेंट आमने-सामने हो चुके हैं।