हथेली पर जिस किसी भी रेखा के साथ या पर्वत पर चतुष्कोण बनता है। उस रेखा या पर्वत से संबंधित शुभ परिणामों को बढ़ाने वाला माना गया है। साथ ही टूटी रेखाओं के दोष को कम करने वाला माना गया है। हथेली पर चतुष्कोण की उपस्थिति हर तरीके से शुभ फल को बढ़ाने वाली होती है। हथेली पर एक स्थान …
Read More »