ओमान के खिलाफ भारत की संभावनाओं से जुड़े एक सवाल के जवाब में छेत्री ने कहा, ‘हम इस बात से अवगत है कि हम लोग एक अच्छी टीम के खिलाफ खेलने वाले हैं। ओमान की टीम हमसे बेहतर है। हमें अपना सर्वश्रेष्ठ देने की जरूरत है और सकारात्मक मानसिकता से खेलने की जरूरत है जिससे प्रतिद्वंद्वी टीम को कड़ी चुनौती मिले।’ मैच की पूर्व संध्या पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, ‘हमारे पास युवा खिलाड़ी हैं जो किसी भी तरह के दबाव या तनाव से दूर हैं। यह हमारे लिए मददगार साबित होगा।’ छेत्री से जब सैन्य प्रशिक्षण के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘प्रशिक्षण अच्छा था जिसने हमें करीब लाया लेकिन यह ऐसी चीज नहीं है जिसके बारे में मीडिया में बात की गयी हो और जो निर्णायक साबित हो सकता है।’
छेत्री से जब यह पूछा गया कि गोल करने के लिहाज से अच्छा और खराब सत्र उनके लिए मायने रखता है या नहीं तो उन्होंने कहा, ‘अगर आप मेरे इस सत्र के आंकड़े देखते हैं तो मैं ईमानदारी से कहूंगा कि यह मेरे लिए मायने रखता है।’ सुनील छेत्री ने इस सत्र में 28 मैचों में केवल 11 गोल दागे हैं। आई लीग के 20 मैचों में केवल दो गोल करना उनके लिए सबसे निराशाजनक रहा। ओमान के कोच पाल ले गुएन ने कहा कि उनकी टीम कल के मैच को लेकर आश्वस्त हैं लेकिन पिछले दो सालों में भारतीय टीम की प्रगति को नजरंदाज नहीं किया जा सकता है।मैच की पूर्व संध्या पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा, ‘इस स्तर पर आप किसी टीम को कम करके नहीं आंक सकते।