माइकल क्लार्क ने कहा है कि भारतीय कप्तान विराट कोहली को ऑस्ट्रेलिया के दो-तीन पत्रकारों से परेशान होने की जरूरत नहीं है जो कि उनकी छवि धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया के डेली टेलीग्राफ ने अपनी रिपोर्ट में कोहली की तुलना अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से की थी. ऑस्ट्रेलिया टीम के फिजियो पैट्रिक फारहर्ट पर दबाव बनाने के कोहली के आरोप के संदर्भ में रिपोर्ट में कहा गया है, इसमें कहा गया ट्रंप की ही तरह कोहली अपनी कमियों को छिपाने के लिए मीडिया को दोषी ठहरा रहे हैं.
लेकिन क्लार्क ने आज भारतीय कप्तान का समर्थन किया. क्लार्क ने कहा विराट कोहली की डोनाल्ड ट्रंप से तुलना यह क्या बेवकूफी है. विराट ने क्या किया, यहां तक कि स्मिथ ने भी किया होगा. ध्यान में रखिए कि मैं कोहली को पसंद करता हूं और ऑस्ट्रेलियाई जनता कोहली से प्यार करती है.
वह जिस तरह से खेलता है मुझे हमेशा उसमें एक ऑस्ट्रेलियाई दिखता है और वह जिस तरह से चुनौतियों को स्वीकार करता है मुझे वह बहुत पसंद हैं केवल दो या तीन रिपोर्टर उसकी छवि धूमिल करना चाहते हैं लेकिन विराट को इससे परेशान नहीं होना चाहिए.क्लार्क ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई मीडिया जो कुछ लिख रहा है उससे यहां तक कि स्टीव स्मिथ भी परेशान होगा.
उन्होंने कहा मुझे नहीं लगता कि ऑस्ट्रेलयाई मीडिया जो कुछ कह रहा है उससे स्टीव स्मिथ भी परेशान होगा. असल में दोनों कप्तान अपनी टीमों से इस पर ध्यान देने के लिए कहेंगे कि धर्मशाला में कैसे जीत दर्ज की जाए.इस पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा कि कोहली किसी भी समय बड़ा स्कोर खड़ा कर सकता है. उन्होंने कहा विराट मजबूत खिलाड़ी है और अगर आप नंबर एक हो तो आपको मजबूत बनना होगा.
चैंपियन इसी तरह से खेलते हैं. वह धर्मशाला में बड़ा शतक लगाकर वापसी कर सकता और भारत को सीरीज में जीत दिला सकता है. जब भी वह बल्लेबाजी के लिए जाता है तो उससे बहुत ज्यादा उम्मीदें लगाई जाती हैं. लोग चाहते हैं कि वह शतक जड़े.क्लार्क ने कहा कि टॉस फिर से अहम भूमिका निभाएगा और अगर पिच पर नमी रहती है तो भारत परेशानी में पड़ सकता है.
उन्होंने कहा धर्मशाला की पिच पर नमी छोड़ना भारत के लिए मुश्किल पैदा करेगा. पिच काफी हद तक रांची या अन्य स्थलों जैसी होगी लेकिन मुझे लगता है कि जो कप्तान टॉस जीतेगा उसे टेस्ट भी जीतना चाहिए.