इंग्लैंड से मिले 464 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने चौथे दिन दूसरी पारी में तीन विकेट के नुकसान पर 58 रन बनाए। केएल राहुल 46 और रहाणे 10 रन बनाकर लौटे। भारत की पारी की शुरुआत बेहद खराब रही। स्टुअर्ट ब्रॉड ने कप्तान विराट कोहली को शून्य पर आउट किया।
इससे पहले जेम्स एंडरसन ने भी अपने दूसरे ओवर में धवन (1) और पुजारा को बिना खाता खोले पवेलियन लौटाया। टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाजों में एंडरसन अब संयुक्त रूप से मैक्ग्रा के साथ टॉप पर हैं। फिलहाल दोनों के 563 विकेट हैं।
पिछले सात सालों में यह सिर्फ तीसरा मौका है जब कोहली गोल्डन डक यानी पहली ही गेंद पर आउट हो गए। वह 2011 में ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न और 2014 में इंग्लैंड के लॉर्ड्स टेस्ट पहली गेंद पर आउट हुए थे। इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी 423/8 पर घोषित कर दी।
पहली पारी में उसे 40 रन की बढ़त मिली थी। एलिस्टर कुक और जो रूट ने इंग्लैंड को बड़े स्कोर तक पहुंचाने में अहम किरदार निभाया। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 259 रन जोड़े। इस दौरान दोनों ने अपने शतक पूरे किए। इन दोनों के अलावा बेन स्टोक्स ने टीम के स्कोर में 37 रनों का योगदान दिया।
कुक के करियर की आखिरी पारी 147 रन पर खत्म हुई। कुक डेब्यू और आखिरी मैच में शतक लगाने वाले इलीट बल्लेबाजों की श्रेणी में भी शामिल हो गए। उनसे पहले सिर्फ 4 बल्लेबाज ही अपने करियर में यह मुकाम हासिल कर पाए थे। शमी और जडेजा को एक-एक विकेट मिला।
59वें ओवर में कुक ने एक रन लेकर अपने 76 रन पूरे किए थे। इस आंकड़े पर पहुंचते ही उनके टेस्ट में 12,401 रन हो गए और उन्होंने श्रीलंका के बाएं हाथ के बल्लेबाज कुमार संगकारा को टेस्ट में रन के मामले में पीछे छोड़ दिया। संगकारा के टेस्ट में 12,400 रन थे।
कुक अब टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में 5वें नंबर पर हैं। साथ ही बाएं हाथ के बल्लेबाजों में वह सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए। कुक ने यह उपलब्धि अपने 161वें मैच में हासिल की। ओवल में दोनों टीमों ने अब तक 12 टेस्ट मैच खेले हैं।
इंग्लैंड ने चार टेस्ट जीते। वहीं, भारत एक टेस्ट ही जीत पाया। 1971 में उसने इंग्लैंड को चार विकेट से हराया था। दोनों टीमों के बीच सात मुकाबले ड्रॉ रहे। ओवल में पिछले दो मुकाबलों की बात करें तो भारत 2011 में यहां पारी और 8 रन और 2014 में पारी और 244 रन से हारी थी।