पेट में पथरी की शिकायत पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पेट काटने के बाद डॉक्टर के इन्कार से परिजनों की सांस थम गई। काफी मिन्नतों के बाद भी जब डॉक्टर ने ऑपरेशन शुरू नहीं किया तो हंगामा शुरू हो गया। मुरलीगंज प्रखंड के परमानंदपुर की प्रमिला देवी (45) का ऑपरेशन शनिवार की रात शहर के बाइपास रोड स्थित आनंद अस्पताल में शुरु किया गया था। ऑपरेशन टेबल पर चीरा लगाने के बाद चिकित्सक को काला धब्बा दिखा तो उन्होंने ऑपरेशन पूरा करने से इंकार कर दिया। मरीज के पुत्र जयशंकर कुमार ने बताया कि पेट दर्द की शिकायत पर वह 20 जून को मां को लेकर अस्पताल आए थे।
जांच के बाद चिकित्सक ने पेट में पथरी होने की बात कहते हुए ऑपरेशन की सलाह दी। रुपये की व्यवस्था कर शनिवार को ऑपरेशन कराने पहुंचे। रात 10 बजे मरीज को ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया। जयशंकर ने बताया कि थोड़ी देर बाद अस्पताल संचालक डॉ. आरके पप्पू ने उसकी मां को कैंसर की मरीज बताते हुए बाहर ले जाने की सलाह दी। वहीं डॉ. पप्पू ने बताया कि सर्जन डॉ. आरएन सिन्हा ने पेट का पहला स्कीन जैसे ही काटा,उन्हें अंदर के स्कीन का रंग खराब लगा। कैंसर की संभावना को देखकर रोगी के पुत्र को कहा गया कि जांच के बाद ही ऑपरेशन संभव होगा।