प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें भविष्य को देखते हुए लचीले कार्यस्थलों, घर से काम करने वाले पारिस्थितिकी तंत्र (वर्क फ्रॉम होम इकोसिस्टम) और लचीले काम के घंटों की जरूरत है। तिरुपति में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी राज्यों के श्रम मंत्रियों के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री श्रम-योगी मानधन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना जैसे सरकार के विभिन्न प्रयासों को दोहराया, जिन्होंने श्रमिकों को सुरक्षा कवच प्रदान किया है।
उन्होंने अपने भाषण के दौरान कहा इन योजनाओं ने मजदूरों को उनकी कड़ी मेहनत और योगदान की मान्यता का आश्वासन दिया है। एक अध्ययन के अनुसार, आपातकालीन ऋण गारंटी योजना ने महामारी के दौरान 1.5 करोड़ नौकरियों को बचाया।मोदी ने आगे बताया कि ई-श्रम पोर्टल श्रम बल को सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाने की प्रमुख पहलों में से एक है।
उन्होंने कहा सिर्फ एक साल में 400 क्षेत्रों के लगभग 28 करोड़ श्रमिकों को पोर्टल पर पंजीकृत किया गया है। इससे निर्माण श्रमिकों, प्रवासी मजदूरों और घरेलू कामगारों को विशेष रूप से लाभ हुआ है।प्रधानमंत्री ने सभी मंत्रियों से राज्य के पोर्टलों को ई-श्रम पोर्टल से जोड़ने का अनुरोध किया।