कुमार विश्वास ने कहा कि अमानतुल्ला ने मुझ पर जो आरोप लगाए हैं, अगर ये केजरीवाल और मनीष सिसोदिया पर लगाए होते तो उन्हें पार्टी से बाहर निकाल दिया होता। ऐसा कहा जा रहा है कि मेरे We the nation वीडियो से नाराजगी है। यह कुमार विश्वास की आवाज नहीं है, ये देश के नागरिक की आवाज है, इससे पार्टी संगठन, सरकार, सिस्टम कोई भी नाराज हो सकता है, पर मैं अपनी आवाज उठाता रहूंगा।
मैं कहना चाहता हूं कि मामला देश का होगा तो मैं बोलूंगा। जो भी ये साजिश हो रही है, मैं इस खेल का हिस्सा नहीं हूं। मैं फैसला ले लूंगा। मैं अपने बयान या वीडियो के लिए किसी से माफी नहीं मांगूंगा। उधर, मनीष सिसोदिया ने कहा कि विश्वास इसे निजी लड़ाई बना रहे हैं। विश्वास ने मीडिया से बातचीत में कहा बात अब सही जगह आ गई है। ये कहा जा रहा है कि मैंने बयान दिए और मेरे एक वीडियो से काफी नाराजगी है। उससे सब नाराज हैं।
We the nation नाम का जो वीडियो कश्मीर में हमारे जवानों पर ज्यादतियों के बारे में मैंने दिया था। वो कुमार विश्वास की आवाज नहीं थी, वो देश के हर नागरिक की आवाज थी।और मैं दो बातें साफ कर देना चाहता हूं। अगर देश की आवाज-राष्ट्र की आवाज आगे लाने के लिए मुझसे पार्टी-संगठन या कोई भी नाराज होगा, कोई सरकार या कोई सिस्टम, तो मैं ये आवाज बंद नहीं करूंगा, बल्कि हमेशा उठाता रहूंगा। कश्मीर की बात होगी, सैनिक की बात होगी या शहीद की बात होगी तो मैं बोलूंगा।
गलतियां अगर हमसे हुईं हैं। हमने खराब मनोबल के वक्त आतंकवाद के खिलाफ लड़ती भारतीय सेना पर ऐसा संदेश दिया जिससे गलत संदेश गया, तो हमें कोर्स करेक्शन करना पड़ेगा। मैं जानता हूं ये बात किधर जा रही है। अब पिछली बार की तरह चीजें होंगी।गंदगी फैलाई जाएगी, छींटे फैलाए जाएंगे। मेरी इमेज को Tarnish (खराब) करने की कोशिश की जाएगी। लेकिन, मैं बता दूं उन तमाम साजिशकर्ताओं को, इस आंदोलन के शरीर में लगे घुनों को- कि मैं आपको ऐसा करने नहीं दूंगा।
मैं 10 बार कह चुका हूं। परसों मैंने मनीष से कहा, अरविंद से कहा और आज आपके माध्यम से कह रहा हूं। जीवन में ना कभी चीफ मिनिस्टर बनना है, ना डिप्टी चीफ मिनिस्टर बनना है, ना पार्टी अध्यक्ष बनना है, ना कोई पॉलिटिकल पार्टी ज्वॉइन करना है, और ना कोई स्वराज आंदोलन ज्वॉइन करना है। मैं यहां इस काम के लिए नहीं आया।मुझे पता नहीं आप क्या कर रहे हैं लेकिन मैं इस काम के लिए नहीं आया था।
मैं ये कहना चाहता हूं कि मैं एक दिन में निर्णय ले लूंगा। और मसला देश का होगा तो बोलूंगा। सेना का होगा तो बोलूंगा। और ये भी चेतावनी नहीं दे रहा बल्कि अनुरोध कर रहा हूं कि ऐसा कुछ मत करिए कि सड़क पर खड़े पार्टी कार्यकर्ता जिसने चना खाकर आपके लिए लड़ा, मैं तो फिर भी कुमार विश्वास रहूंगा। मुख्यमंत्री फिर भी अरविंद केजरीवाल रहेंगे। उप मुख्यमंत्री फिर भी मनीष रहेंगे। लेकिन वो कार्यकर्ता जो आपके लिए पोस्टर चिपकाता था, आपके लिए लड़ता था- उस पर लात मत मारिए। और ये भी कहना चाहता हूं कि नीचे जो भी ये साजिशें कर रहे हैं।