केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पार्टी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद नई दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए कहा कि कई लोगों को इस बात का अचंभा है कि हमने कैसे शांतिपूर्ण तरीके से डोकलाम विवाद को सुलझा लिया। उन्होंने कहा कि बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से चुनाव से दूर जनता के बीच जाने और उन्हें जागरूक करने को कहा है।
जेटली ने बताया कि पीएम मोदी ने कहा है कि कई बार विपक्ष के पास जब कोई मुद्दा नहीं होता है तो वो लोग कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कहा कि कड़े शब्द बड़े आरोपों का स्थान नहीं ले सकते।जेटली ने बताया कि पीएम मोदी ने कहा है कि सत्ता सुख के लिए नहीं सेवा के लिए होती है लेकिन विपक्ष के लिए सत्ता एक उपभोग का साधन है।
जेटली ने कहा कि करप्शन के मुद्दे पर केंद्र सरकार के नजरिए में कोई बदलाव नहीं आया है।उन्होंने कहा कि 10 वर्षों के यूपीए शासनकाल में करप्शन कभी मुद्दा रहा ही नहीं। ऐसे में जब हम उस पर कार्रवाई करते हैं तो उन्हें तकलीफ होती है।
जेटली ने बताया कि पीएम मोदी ने कहा है कि करप्शन के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई की जद में जो कोई भी बेनकाब होगा, वो बचेगा नहीं। इस बात पर जोर देते हुएपीएम मोदी ने भी बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में स्पष्ट संदेश दिया है कि उनका कोई रिश्तेदार नहीं है।