ईरान मूल के खोस्रोवशाही Uber के नए सीईओ बन गए है। ईरान मूल के दारा खोस्रोवशाही करीब 4.50 लाख करोड़ रुपए नेटवर्थ की कंपनी संभालेंगे। 48 साल के दारा, ऑनलाइन ट्रैवल सर्विस देने वाली अमेरिकी कंपनी एक्सपीडिया के सीईओ हैं। जून में ट्रैविस कैलानिक के पद छोड़ने के बाद से ही इन्वेस्टर्स नए सीईओ की तलाश कर रहे थे।
2009 में शुरू हुई उबर पर महिलाओं के साथ सेक्शुअल हैरेसमेंट, हाईकॉम्पिटीटिव वर्क कल्चर, भेदभाव और गलत कारोबारी तरीके अपनाने के आरोप लगे थे। 1978 में ईरानी क्रांति के चलते डारा अमेरिका आ गए थे। तब 11 साल के थे। उनके दादा को देखने के लिए पिता ईरान गए तो उन्हें हिरासत में ले लिया गया। मां और दो भाइयों के साथ वो न्यूयॉर्क में बस गए।
ब्राउंस यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के बाद वे 1998 में आईएसी (यूएसए नेटवर्क) से जुड़े।2001 में आईएसी ने माइक्रोसॉफ्ट की सहायक एक्सपीडिया को 12 हजार करोड़ में खरीदा था।2005 में कंपनी की ट्रैवल बिजनेस यूनिट की कमान दारा ने संभाली। उसी साल कंपनी का रेवेन्यू 13,500 करोड़ और 2016 में 55,600 करोड़ रुपए हो गया था।
2015 में वे अमेरिकी पब्लिक कंपनियों में सबसे ज्यादा पैकेज (607 करोड़ रु.) पाने वाले सीईओ बने थे।दारा ने पिछले दो साल में ट्रैवल कंपनी होम अवे (25,000 करोड़), ट्रैवलोसिटी (1,800 करोड़) और ऑर्बिट्ज (10,200 करोड़) का अधिग्रहण (एक्वीजिशन) कर लिया।गूगल से दारा की लड़ाई जगजाहिर है। एक्सपीडिया का आरोप था कि गूगल अपने सर्च इंजन का इस्तेमाल खुद के फायदे के लिए करती है, वह भी कंपीटिटर्स के खर्चों पर।
एक्सपीडिया ही वो कंपनी है जिसने गूगल के खिलाफ यूरोपियन यूनियन में पहली शिकायत की थी और गूगल पर 17,200 करोड़ रुपए जुर्माना लगाया गया। एक्सपीडिया को भी इससे नुकसान हुआ गूगल सर्च पर उसकी विजिबलिटी कम हुई है।ट्रम्प के ट्रैवल बैन का दारा ने विरोध किया था।ट्रम्प के प्रेसिडेंट बनने पर ट्वीट किया था टेक लीडर्स होने के नाते हमें यह स्वीकार करना होगा कि हम अपने ही देश से बेहद डिस्कनेक्टेड हैं।
मुझे भी यह ठीक नहीं लगा, इसलिए इस मुद्दे को उठाना जरूरी समझा।अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट के अलावा एक्सपीडिया ही ऐसी कंपनी थी जिसने ट्रम्प के ट्रैवल बैन के आदेश को असंवैधानिक बताया था।शार्लोट्सविले हिंसा के बाद ट्रम्प के ऑफिस को ट्वीट किया मुझे उस पल का इंतजार है, जब आपके प्रेसिडेंट (डोनाल्ड ट्रम्प) की अपेक्षाएं बढ़ती जाएंगी और बार-बार वो नाकाम होते जाएंगे।