जम्मू-कश्मीर में पुलिस और सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी ढेर

जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में पुलिस और सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में कथित तौर पर पिछले साल भाजपा के एक नेता और उसके रिश्तेदारों की हत्या में शामिल दो आतंकवादी मारे गए।पुलिस ने बताया कि बांदीपोरा पुलिस को शनिवार शाम को बांदीपोरा के गांव वातरीना क्षेत्र के सामान्य इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी।

इनपुट मिलने के बाद पुलिस, 14 आरआर और सीआरपीएफ द्वारा उक्त क्षेत्र में एक सीएएसओ (घेरा और तलाशी अभियान) शुरू किया गया था और सुबह के घंटों में छिपे हुए आतंकवादियों के साथ संपर्क स्थापित किया गया था।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा ऑपरेशन के दौरान, छिपे हुए आतंकवादियों को बार-बार आत्मसमर्पण करने का मौका दिया गया, लेकिन उन्होंने आत्मसमर्पण करने से इनकार कर दिया और इसके बजाय संयुक्त तलाशी दल पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसका जवाबी कार्रवाई में मुठभेड़ हुई।

मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए और उनके शव घटनास्थल से बरामद किए गए। उनकी पहचान आजाद अहमद शाह और आबिद राशिद डार उर्फ हकानी के रूप में की गई है, जो प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर से जुड़े हैं।डार पाकिस्तानी प्रशिक्षित आतंकवादी था, जिसने अप्रैल 2018 में वाघा सीमा पार की थी और 2019 में वापस घुसपैठ की थी।

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार दोनों आतंकवादी सुरक्षा प्रतिष्ठानों और नागरिकों की हत्याओं पर आतंकी हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में शामिल थे। इसके अलावा, डार ने भोले-भाले युवाओं को उत्तरी कश्मीर में प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी रैंकों में भर्ती करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

पुलिस ने कहा प्रासंगिक रूप से मारे गए दोनों आतंकवादी उस्मान और सज्जाद उर्फ हैदर के साथ, भाजपा नेता वसीम बारी, उनके भाई और पिता की हत्या में शामिल थे। इसमें शामिल विदेशी आतंकवादी उस्मान और सज्जाद को 17 अगस्त, 2020 में क्रीरी में एक मुठभेड़ में पहले ही मार दिया गया था।

जबकि अन्य दो स्थानीय शामिल आतंकवादी आज की मुठभेड़ में मारे गए। भाजपा नेता और उनके परिवार की हत्या से संबंधित पीएस बांदीपोरा की प्राथमिकी संख्या 74/2019 में शामिल सभी चार आतंकवादी ढेर हो गए।घटनास्थल से दो एके-47 राइफल, एक पिस्तौल और अन्य आपत्तिजनक सामग्री सहित हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है।

पुलिस ने कहा कि बरामद सभी सामग्रियों को आगे की जांच के लिए और अन्य आतंकी अपराधों में उनकी संलिप्तता की जांच के लिए केस रिकॉर्ड में ले लिया गया है।संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

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