बिहार में बारिश संबंधित घटनाओं में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि असम में हालात गंभीर बने हुए हैं.वहीं राजस्थान के करौली जिले में भारी बारिश की वजह से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है.राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी भारी बारिश हुई जिस वजह से कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया और महत्वपूर्ण चौराहों पर भारी जाम लग गया.
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह साढ़े आठ से शाम साढ़े पांच बजे के बीच सफदरजंग में 12 मिमि, लोधी रोड में 12.5 मिमि, पालम में चार मिमि, रिज में 7.4 मिमि और आयानगर 9.1 मिमि बारिश रिकॉर्ड की गई. बिहार के जमुई जिले में आकाशीय बिजली गिरने से तीन महिलाओं की मौत हो गई जबकि दो अन्य झुलस गए. यह घटना तब हुई जब पीड़ित धान के पौधों का रोपण कर रहे थे.
इस बीच, असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. राज्य के छह जिलों के 1.88 लाख लोग बाढ़ की चपेट में हैं.तीन सौ से ज्यादा गांव बाढ़ से प्रभावित हैं और 16,240 हेक्टेयर फसल भूमि पानी में डूब गई है और तैयार फसलों को नुकसान हुआ है.राजस्थान के करौली जिले से 30 से ज्यादा लोगों को बचाया गया है. यह जिला कल से लगातार हो रही बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात का सामना कर रहा है.
जयपुर से एनडीआरएफ की एक टीम को बचाव कार्य के लिए बुलाया गया है.हिसार, अंबाला, करनाल, यमुनानगर पटियाला और लुधियाना सहित समूचे हरियाणा और पंजाब के कई हिस्सों में हुई बारिश की वजह से दोनों राज्यों में तापमान कुछ डिग्री गिरकर सामान्य से नीचे चला गया है. हालांकि चंडीगढ़ में दिन में बारिश नहीं हुई.उत्तराखंड के ज्यादातर हिस्सों में भारी वर्षा होने से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है और बद्रीनाथ की यात्रा बाधित हुई है.
हिमालयी मंदिर की ओर जाने वाला राजमार्ग पत्थर गिरने से बंद हो गया.उत्तरखंड में मौसम विभाग ने अगले दो दिनों में राज्य के पहाड़ी इलाकों खासतौर पर आपदा की दृष्टि से जोखिम भरे पिथौरागढ़, उत्तरकाशी, चमौली और रूद्रप्रयाग जिलों में भारी बारिश का अनुमान जताया है.उत्तर प्रदेश में कम से कम छह स्थानों पर 10 मिमि से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है जबकि ज्यादातर इलाकों में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हुई है और गरज के साथ वर्षा हुई है.