शरद यादव जल्द ही नई पार्टी बनाएंगे

बिहार में जेडीयू सांसद शरद यादव बगावत की राह पर हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि वे 19 अगस्त को पटना में होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी से दो दिन पहले 17 को दिल्ली में सांप्रदायिकता पर सेमिनार करेंगे। विपक्षी एकता दिखाने के लिए इस सेमिनार में कांग्रेस, एनसीपी, वाम दलों के साथ आरजेडी को न्योता दिया है। अपनी पार्टी को आयोजन से दूर रखा है।

शरद के समर्थक रहे पूर्व एमएलसी विजय वर्मा ने दावा किया है कि वे जेडीयू को तोड़ कर जल्द ही नई पार्टी बनाएंगे और महागठबंधन के साथ रहेंगे।शरद सेमिनार में नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जाने के फैसले के विरोध में पक्ष रखेंगे। इस बीच केरल में जेडीयू के राज्यसभा सांसद वीरेंद्र कुमार के साथ महाराष्ट्र में जेडीयू के एमएलसी समेत तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, गुजरात और राजस्‍थान के नेताओं ने भी बिहार में जेडीयू के बीजेपी के साथ जाने का विरोध किया है।

 

इन नेताओं ने दावा किया है कि बीजेपी के साथ गठबंधन के लिए बनाए गए प्रावधानों में कई बातों को नजरअंदाज किया गया है। इन नेताओं ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग बुलाकर बीजेपी से गठबंधन के फैसले में सुधार की मांग की है।बता दें कि महागठंबधन की सरकार के वक्त डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर करप्शन के आरोप लगे थे। तब आरजेडी और जेडीयू में दरार आ गई थी।

जेडीयू चाहती थी कि तेजस्वी यादव खुद से इस्तीफा दे दें, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। 27 जुलाई की शाम को सीएम नीतीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया। फिर अगले दिन बीजेपी के साथ सरकार बना ली। नीतीश के इस फैसले से जेडीयू के कई सीनियर नेता नाराज हैं।जेडीयू के सीनियर नेता और राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा-शरद यादव को जब कभी नीतीश कुमार और लालू यादव में से किसी एक को चुनना होगा, तो वे नीतीश कुमार को ही चुनेंगे।

मुझे आशा है कि शरद जल्द अपना फैसला ले लेंगे। उन्होंने ही सबसे पहले लालू के करप्शन का विरोध करना शुरू किया था। मुझे नहीं लगता है कि शरद करप्शन के खिलाफ लड़ाई में गंभीर आरोपों में घिरे लालू का कभी भी साथ दे सकेंगे।बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बुधवार को सीएम नीतीश कुमार पर यूज एंड थ्रो की राजनीति करने का आरोप लगाया है। 

उन्होंने मांग की कि एफिडेविट दें कि बीजेपी के साथ सरकार पूरा करेंगे। उन्होंने विपक्ष के नेता के हैसियत से विधानसभा में कही गई अधिकांश बातों को दोहराते हुए कहा कि नीतीश जी कुर्सी प्रेमी हैं। उन्होंने सीएम पद के लिए 4 साल में 4 सरकार बनाकर बिहार का विनाश किया है।उन्होंने वर्तमान मंत्रिमंडल में शामिल 75 फीसदी मंत्रियों पर दागी होने का आरोप लगाया।

कहा कि सभी मंत्रियों का पर्दाफाश करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जदयू के 75 फीसदी सांसद भी दागी हैं। सीएम पर उन्होंने दूसरी बार मंडलवादियों को धोखा देने का आरोप लगाया।तेजस्वी ने पनामा कांड में रमन सिंह के बेटे, अमिताभ बच्चन और अडानी के बड़े भाई का भी नाम होने का आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश पीएम से इनकी भी जांच कराएं।

इस आरोप में दो देश के पीएम को हटना पड़ा है तो ऑस्ट्रेलिया में जांच चल रही है।उन्होंने व्यापम घोटाले की सीबीआई से निष्पक्ष जांच की मॉनिटरिंग पीएम से करने की अपील की। परिवारवाद का आरोप लगाने वाले के मंत्रिमंडल में पशुपति कुमार पारस के बाद अब मांझी के बेटा या दामाद को भी शामिल करने की बात शुरू हैं।

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