पुराने नोटों को बंद करने को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने साधा बीजेपी पर निशाना

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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोटों का चलन बंद करने को एक बड़ा घोटाला बताते हुए आज आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा से काफी पहले ही भाजपा ने अपने सभी दोस्तों को फैसले की जानकारी दे दी थी और इस फैसले को तत्काल वापस लेने की मांग की।उन्होंने केंद्र के इस फैसले को ‘काला बाजारी करने वाले लोगों’ की बजाय आम आदमी की छोटी बचत पर लक्षित हमला (सर्जिकल स्ट्राइक) बताया।

केजरीवाल ने अपने दावे को सही साबित करने के लिए कहा कि भाजपा की पंजाब शाखा के अध्यक्ष संजीव कम्बोज मोदी की घोषणा से कुछ दिन पहले ही सोशल मीडिया पर 2,000 रुपए के नये नोटों के साथ दिखे थे।उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा जुलाई से सितंबर तक बैंकों में पैसे जमा करने में एकाएक काफी तेजी आयी थी जिससे साफ संकेत मिलते हैं कि भाजपा ने 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोटों का चलन बंद करने की प्रधानमंत्री की घोषणा से काफी पहले अपने सभी दोस्तों को इसकी जानकारी दे दी थी।

मुख्यमंत्री ने दावा किया कि पुराने नोटों का चलन बंद करने से काला धन प्रणाली में वापस नहीं आएगा। उन्होंने साथ ही एक समाचार चैनल की रिपोर्ट दिखायी जिसमें जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंकों में पैसे जमा करने में तेजी आने का दावा किया गया और कहा गया कि उस अवधि से पहले बैंकों में काफी कम पैसे जमा थे।

केजरीवाल ने कहा काले धन के नाम पर देश में एक बड़ा घोटाला हो रहा है। एटीएम में पैसा ना होने के कारण लोग परेशान हैं। तड़के से ही लोगों को बैंकों एवं एटीएम के बाहर लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ रहा है। पुराने नोटों का चलन बंद करने से काला धन प्रणाली में नहीं आएगा।’उन्होंने 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोटों का चलन बंद करने को लेकर प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से तीन सवाल भी पूछे।

मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री के अनुसार काले धन की क्या परिभाषा है? देश के शीर्ष उद्योगपतियों ने काला धन जमा किया हुआ है या फिर किसानों, रिक्शाचालकों, दुकानदारों और मजदूरों जैसे आम लोगों ने? उन्होंने कहा भाजपा को उन लोगों की सूची का खुलासा करना चाहिए जिन्हें उसने प्रधानमंत्री की घोषणा से काफी पहले इसकी जानकारी दे दी थी और उन्होंने इस वजह से अपने काले धन को ठिकाने लगा दिया।

केजरीवाल ने कहा कि भाजपा को उन दलालों की भी सूची जारी करनी चाहिए जो आम लोगों के अवैध नोट बदलवाने के लिए कमीशन ले रहे हैं, स्थिति का फायदा उठा रहे हैं और वे जो पैसे इकट्ठा कर रहे हैं, वे कहां जा रहे हैं?’केजरीवाल ने कहा आने वाले दिनों में इस फैसले से भारतीय अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होगी और इससे केवल बेरोजगारी ही बढ़ेगी। लोगों में घबराहट है।

अगर लोग व्यवस्था में अपना भरोसा खो दें तो यह सही नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जुलाई-सितंबर की तिमाही में बैंकों में बड़े पैमाने पर करोड़ों रुपए जमा किए गए। लेकिन कुछ लोग कहेंगे कि हाल में खत्म हुई आयकर घोषणा योजना (आईटीडीएस) के कारण भारी नकदी जमा की गयी।मुख्यमंत्री ने कहा आईटीडीएस के तहत केंद्र सरकार के खजाने में पैसे जमा करने होते।

लेकिन जब हम पुराने नोटों का चलन बंद करने की बात करते हैं, कुछ लोगों ने अपने बैंक खातों में बड़े पैमाने पर नकदी जमा की क्योंकि भाजपा ने पुराने नोटों का चलन बंद करने की घोषणा से काफी पहले उन्हें इसकी जानकारी दे दी थी। केजरीवाल ने कहा पुराने नोटों का चलन बंद करने से काले धन का ही दोबारा वितरण होगा। उन्होंने कहा कि एटीएम में पैसे ना होने के कारण लोग परेशान हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा मौजूदा एटीएम 500 और 2,000 रुपए के नये नोटों के लिए डिजाइन नहीं किए गए हैं। केंद्र बड़े स्तर पर एटीएम कैसे बदलेगा? क्या उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी। उन्हें यह अच्छे से पता था और उन्होंने जानबूझकर यह संकट पैदा किया। उन्होंने कहा उदाहरण के तौर पर अगर आप अपने बैंक में 10 करोड़ रुपए का काला धन जमा करते हैं, सरकार कह रही है कि वह उसपर 30 प्रतिशत कर और 200 प्रतिशत जुर्माना (60 प्रतिशत) लगाएगी जिसका मतलब है कि आपको सरकार को नौ करोड़ रुपए देने होंगे और आपकी जमा राशि एक करोड़ रुपए होगी। मुझे नहीं लगता कि लोग ऐसा करेंगे।

केजरीवाल ने कहा जिनके पास काला धन है, वे 120 रुपए में एक डॉलर खरीद रहे हैं। आगर आप मौजूदा दर पर सोना खरीदते हैं तो यह प्रति तोला (दस ग्राम) 30,000 रुपए में मिलेगा लेकिन काले धन वाले लोग प्रति तोला 60,000 रुपए की दर से नकदी देकर सोना खरीद रहे हैं। वे संपत्ति भी खरीद रहे हैं। उन्होंने कहा वैसे पॉपर्टी डीलर जिनके पास बड़ी संख्या में 500 और 1,000 रुपए के नोट हैं, वे दलालों के जरिये वे नोट बदलवा रहे हैं।

बाजारों में दलाल पुराने नोटों के बदले नया नोट देने के लिए तैयार हैं। देश में एक बड़ा घोटाला हो रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा अगर केंद्र डरा रहा है कि किसी व्यक्ति के 2.5 लाख रुपए से अधिक जमा करने पर वह 200 प्रतिशत का जुर्माना लगाएगा तो इसका क्या मतलब है? लोग बैंकों में पैसा जमा ना करें?’ केजरीवाल ने कहा बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी कतारों में कौन खड़े हैं? गृहणियां, छोटे व्यापारी, किसान और मजदूर। वे कर की चोरी नहीं कर रहे।

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