बाबा रामदेव के पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क में 27 मई को हुए हिंसक संघर्ष के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने दावा किया है कि हमले को रामदेव के भाई ने उकसाया था। पुलिस के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज से स्पष्ट है कि रामदेव के भाई रामभरत ने भीड़ को हमले के लिए उकसाया था जिसके बाद संघर्ष में एक ट्रक ड्राइवर की मौत हो गई थी। फूड पार्क सिक्युरिटी गार्ड को रामदेव के भाई प्रदर्शन कर रहे लोकल ट्रक ऑपरेटर्स यूनियन के सदस्यों पर हमले के लिए उकसा रहे हैं। बता दें कि 27 मई को हुए संघर्ष के बाद रामदेव के भाई को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हुई रामभरत की गिरफ्तारी
उत्तराखंड पुलिस का दावा है कि सीसीटीवी फुटेज में रामभरत की हरकत देखते हुए उन्हें गिरफ्तार किया गया है। हरिद्वार के एसएसपी स्वीटी अग्रवाल के मुताबिक, ”घटना के वक्त बाबा रामदेव वहां से आसपास थे। सीसीटीवी फुटेज से हमें पता चला है कि रामभरत ने सुरक्षा गार्डों को यूनियन मेंबर्स पर हमले के लिए उकसाया। हालांकि, सीसीटीवी फुटेज का अधिकांश हिस्सा डिलीट कर दिया गया है। इसलिए हम लोगों को यह अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि इस घटना के पीछे रामदेव का हाथ है या नहीं।”सर्च ऑपरेशन में घटनास्थल से मिले डंडे, तलवार और रिवाल्वर
पुलिस ने शुक्रवार को पतंजलि हर्बल फूड पार्क में सर्च ऑपरेशन चलाया था। उस दौरान कैंपस में पांच रिवाल्वर, मात्रा में डंडे, धारदार हथियार, पत्थर, हेल्मेट, लोहे की कई राडे मिली हैं। कैंपस में पुलिस बल द्वारा पहने जाने वाली कई जैकटें भी बरामद हुई हैं। इस संबंध में पूछताछ के दौरान पतंजलि की ओर से स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया है। शुक्रवार को सर्च ऑपरेशन में शामिल सीओ लक्सर बहादुर सिह चौहान ने बताया कि संभवत: ट्रक यूनियन से निपटने के लिए पार्क प्रबंधन ने यह सब इंतजाम किए गए थे। पुलिस का कहना है कि मौके से जितने हथियार बरामद किए गए हैं उनमें किसी का लाइसेंस नहीं है। ये हथियार कैंपस में तैनात रहने वाले 40 बाउंसर रखते थे जिन्हें रामभरत ने गार्ड बना कर रखा था। सर्च ऑपरेशन के दौरान फूड पार्क में किसी कर्मचारी को अंदर नहीं जाने दिया गया जिसके चलते कर्मचारियों ने गेट पर धरना दिया। पुलिस ने सख्त निर्देश दिए थे कि सर्च ऑपरेशन चलने तक कोई अंदर नहीं जाएगा। हालांकि कर्मचारियों को आश्वासन दिया गया है कि शनिवार को वह काम पर आ सकते हैं।
कांग्रेस ने की रामदेव-बालकृष्ण पर कार्रवाई की मांग
पथरी फूडपार्क में हिंसक घटना को लेकर कांग्रेस ने रामदेव-बालाकृष्ण पर कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गुरुचरण सिंह बब्बर ने कहा, ”रामदेव और बालकृष्ण पर भी हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। इसके लिए वह प्रधानमंत्री, गृहमंत्री एवं राष्ट्रपति को ज्ञापन देंगे। यदि मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो वह कोर्ट जाएंगे।”
रामभरत की जमानत खारिज
ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट संदीप भंडारी की कोर्ट ने आरोपी रामभरत एवं उनके सात सुरक्षाकर्मियों को राहत नहीं मिली। शुक्रवार को कोर्ट ने सभी की जमानत खारिज कर दी है। पुलिस ने रामभरत को बुधवार को जेल भेजा था जबकि बृहस्पतिवार को सुरक्षाकर्मियों को गिरफ्तार किया गया था। शुक्रवार को रामभरत से मिलने उनकी मां, पत्नी एवं भाजपा विधायक स्वामी यतीश्वरानंद जिला जेल पहुंचे। शुक्रवार को (तीसरे दिन) उन्हें 100 कैदियों की संख्या वाली बैरक-तीन में शिफ्ट किया गया।
रामदेव के सहयोगी बोले- हमें बदनाम करने की साजिश
पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट के महासचिव बालाकृष्ण ने आरोप लगाया है कि यह हमें बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने कहा, ”घटना वाले दिन हमने पुलिस को लगातार इस बात की जानकारी दी थी कि कैसे यूननियन मेंबर्स हम पर दबाव बना रहे हैं। हमारे प्रोडक्ट्स के ट्रांसपोर्टेशन के लिए हम पर दबाव बनाया जा रहा था। जब हमने अक्टूबर 2014 में कॉन्ट्रैक्ट दिया था तो उन्होंने इसका गलत इस्तेमाल किया था और पैसे की उगाही की थी। जब हमें इसकी जानकारी मिली तो हमने उन्हें वापस जाने को कहा। इसके बाद ही उन्होंने लोकल कांग्रेसी नेताओं के साथ मिलकर हमारे खिलाफ साजिश रची।” रामदेव के भाई की मौजूदगी के बारे में उन्होंने कहा, ” हां, रामभरत वहां मौजूद थे। लेकिन वह वहां मौजूद थे केवल इसी आधार पर गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। वह आत्मरक्षा के लिए वहां खड़े थे। वह पूरा प्रबंधन देखते हैं। इसलिए घटना के वक्त वहां उनकी मौजूदगी कोई आश्चर्य की बात नहीं है।