बीजेपी की तरफ से जदयू सांसद हरिवंश राज्यसभा के उपसभापति पद के उम्मीदवार होंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को लोकसंवाद कार्यक्रम के बाद इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि इस बारे में उनकी भाजपा से पहले बातचीत हो चुकी है। उधर, विपक्ष ने संयुक्त प्रत्याशी खड़ा करने का फैसला किया।
सोमवार को हुई बैठक में किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन पाई। उम्मीदवार का नाम अगली बैठक में तय किया जाएगा। उधर, कांग्रेस विपक्ष के किसी भी प्रत्याशी को समर्थन देने को तैयार है।राज्यसभा के उपसभापति पद का चुनाव 9 अगस्त को सुबह 11 बजे होगा।
इस पद के लिए नामांकन 8 अगस्त को दोपहर 12 बजे तक स्वीकार किए जाएंगे। पीजे कुरियन के सेवानिवृत्त होने के बाद से राज्यसभा के उपसभापति का पद खाली है। उधर, विपक्ष के खेमे में डीएमके के तिरुचि शिवा, राकांपा की वंदना चव्हाण और मनोनीत सदस्य केटीएस तुलसी के नाम की चर्चा है।
जीत के लिए 244 में से 123 सांसदों का समर्थन जरूरी है। राज्यसभा में सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के 73 सांसद हैं। सहयोगी जदयू के 6, शिवसेना के 3 और अकाली दल के 3 सांसद हैं। भाजपा को अन्नाद्रमुक के 13, बीजद के नौ, टीआरएस के छह और वाईएसआर कांग्रेस के दो सांसदों से समर्थन की उम्मीद है।
यह एनडीए का समर्थन करें तो संख्या 126 हो जाएगी। भाजपा को छह में से 4 निर्दलीय और 4 में से तीन मनोनीत सांसदों से भी समर्थन की उम्मीद है। सदन में कांग्रेस की संख्या 50 है।संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के लिए राज्यसभा से टीडीपी के सीएम रमेश और भाजपा के भूपेंद्र यादव सोमवार को चुन लिए गए।
जदयू के हरिवंश चुनाव हार गए। राज्यसभा से पीएसी के लिए दो सदस्यों को चुना जाना था। विपक्ष के उम्मीदवार रमेश को 106 और एनडीए के उम्मीदवारों भूपेंद्र को 69 और हरिवंश को 26 वोट मिले।