आज फिर आतंकी फंडिंग को लेकर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर एनआईए छापेमारी कर रही है। एनआईए की टीम मंगलवार सुबह से ही कई राज्यों में छापेमारी कर रही है।राष्ट्रीय जांच एजेंसी आठ राज्यों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के सदस्यों से जुड़े कई स्थानों पर छापेमारी कर रही है। सूत्रों ने बताया कि 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है और गिरफ्तारी पूछताछ के बाद की जाएगी।
महाराष्ट्र के औरंगाबाद, जालाना, परभणी जिलों में, कर्नाटक के सिमोगा, बीदर, बल्लारी, हुबली, कलबुर्गी जिलों में, असम के नगरबेरा में, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मेरठ के बुलंदशहर का कस्बा स्याना, सरूरपुर और लिसारी गेट क्षेत्र और दिल्ली में कई जगहों पर छापेमारी चल रही है।
छापेमारी मंगलवार की सुबह शुरू हुई, जो जारी है।
एनआईए सूत्रों ने बताया कि कुछ राज्यों में स्थानीय पुलिस उनके निर्देश पर छापेमारी कर रही है।राष्ट्रीय राजधानी में निजामुद्दीन और शाहीन बाग सहित कई स्थानों पर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से संबद्ध ठिकानों पर छापेमारी के बाद 30 लोगों को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने तड़के कई स्थानों पर छापेमारी की।पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा राष्ट्रीय राजधानी में निजामुद्दीन और शाहीन बाग सहित कई स्थानों पर छापेमारी की गई। अभी तक पीएफआई से संबद्ध 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
दिल्ली पुलिस की जनसंपर्क अधिकारी सुमन नलवा ने पीएफआई के खिलाफ इस ‘‘संयुक्त कार्रवाई’’ की पुष्टि की और बताया कि 30 लोगों को अभी तक हिरासत में लिया गया है।पुलिस ने बताया कि अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है क्योंकि जांच अभी जारी है।
असम के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) (विशेष शाखा) हिरेन नाथ ने कहा कि उन्होंने नगरबेरा इलाके से पीएफआई के पांच सदस्यों को हिरासत में लिया है। डीजीपी ने कहा कि असम के कई जिलों में छापेमारी जारी है।एनआईए ने हाल ही में छापेमारी में 11 लोगों को गिरफ्तार किया था।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चार लोगों को हिरासत में लिया गया है।सूत्र ने कहा हम उनसे पूछताछ कर रहे हैं। अभी तक उनमें से किसी के खिलाफ कोई गिरफ्तारी ज्ञापन दर्ज नहीं किया गया है। वे पीएफआई के सदस्य हैं। हमें पहले गिरफ्तार किए गए पीएफआई सदस्यों से पूछताछ के बाद ताजा जानकारी मिली है और हम छापेमारी कर रहे हैं।
महाराष्ट्र में आतंकवाद निरोधी दस्ता और स्थानीय पुलिस औरंगाबाद, जालाना और परभणी जिलों में छापेमारी कर रही है।कर्नाटक के सिमोगा, बीदर, बल्लारी, हुबली और कलबुर्गी इलाके में छापेमारी जारी है। पांच को सिमोगा से, चार को बल्लारी से, दो को हुबली से और छह को कोलार जिले से हिरासत में लिया गया है।
बीदर जिला अध्यक्ष और कलबुर्गी मीडिया समन्वयक पीएफआई को हिरासत में लिया गया है।राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने गुजरात एटीएस के साथ मिलकर मंगलवार को सोशल डेमोकेट्रिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के खिलाफ कार्रवाई की। 15 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया, जिनसे पूछताछ की जा रही है।
एसडीपीआई पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की राजनीतिक शाखा है।एटीएस के सूत्रों ने कहा कि राज्य की टीम एसडीपीआई सदस्यों से पूछताछ में एनआईए की टीम की मदद कर रही है। एजेंसी पार्टी में उनकी भूमिका के बारे में जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश कर रही है। साथ ही यह जानने में जुटी है कि क्या उनका पीएफआई के साथ कोई संबंध है, वे कैसे धन जुटा रहे हैं और डोनर्स कौन हैं।
जिन सदस्यों से पूछताछ की जा रही है वे अहमदाबाद, बनासकांठा, सूरत और नवसारी के हैं। एनआईए इस पर आधिकारिक बयान जारी करेगी।मध्य प्रदेश पुलिस ने पीएफआई से जुड़े होने के आरोप में प्रदेश के आठ जिलों से 21 लोगों को हिरासत में लिया है। प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
इससे पहले राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की अगुवाई में कई एजेंसियों ने 22 सितंबर को देश के 15 राज्यों में एक साथ छापे मारे और देश में आतंकवाद के वित्त पोषण में कथित तौर पर शामिल पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के 106 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था।
इससे पहले सप्ताह में पीएफआई के 106 से अधिक सदस्यों को एनआईए और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। पीएफआई के दो सदस्यों के खिलाफ सोमवार को लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया गया था।एनआईए फिलहाल पीएफआई से जुड़े कुल 19 मामलों की जांच कर रही है।एनआईए ने कहा है कि इससे पहले साल 2010-2011 में करीब 46 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था और बाद में उन्हें दोषी ठहराया गया था। पीएफआई के करीब 355 सदस्यों के खिलाफ एजेंसी पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।