छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पुलिस ने सटोरियों पर कसा सिकंजा

रायपुर में क्रिकेट सट्‌टे के एक रैकेट को एक्सपोज करते हुए पुलिस ने सटोरियों से 2.65 करोड़ रुपए कैश जब्त किए हैं। पुलिस ने शुक्रवार दोपहर 2:30 बजे टिकरापारा इलाके के संजय नगर में मोहम्मद आसिफ के मकान में छापा मारकर ये रकम जब्त की। साधारण से दिखने वाले दो मंजिला मकान में अलमारी और बिस्तर में ये रकम छिपाई गई थी।

छापे में गिरफ्तार किए गया आसिफ घर पर ही कैश जमा करने का सेंटर बनाया हुआ था जहां एजेंट सट्टे के पैसों का कलेक्शन कर जमा करते थे। कटिंग के कुछ दस्तावेज और मोबाइल में हिसाब मिला है। जिससे ये अंदाज लगाया जा रहा है कि भारत और साउथ अफ्रीका के बीच चल रही वनडे सीरिज के दौरान हफ्ते भर में ही 50 करोड़ से ज्यादा की कटिंग की जा चुकी है।

सटाेरियों के लिंक मुंबई से जुड़े होने की बात सामने आई है।पुलिस को जब्त नोटो को गिनने में चार घंटे लगाए। पुलिस के मुताबिक, बैंकों से नोट गिनने की पांच मशीनें मंगवाई गई थीं। इनमें से गिनते-गिनते एक मशीन खराब भी हो गई। इन्हें गिनने के लिए पहले बंडल बनाए गए, फिर मशीन से गिनती शुरू हुई। जब्त सारे नोट नए हैं। पुलिस को भी यहां से इतनी बड़ी रकम मिलने का अंदाज नहीं था।

पुलिस ने दोपहर करीब 2 बजे कपड़ा कारोबारी आसिफ के मकान की घेराबंदी कर छापा मारा। आरोपी उस समय घर पर सो रहा था। पुलिस को देखकर वह हड़बड़ा गया। उसने चीखने-चिल्लाने की कोशिश की, लेकिन तुरंत उसे हिरासत में लिया। उसी समय घर पर रखे मोबाइल जब्त कर लिए गए। घर पर उस समय सिर्फ उसकी पत्नी और बेटी थी।

पुलिस ने घर की तलाशी ली। पैसे आलमारी और बिस्तर से जब्त किए गए। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच चल रही वनडे सीरिज के दौरान जितनी भी कटिंग हो रही थी, पूरे पैसे आसिफ के घर जमा हो रहे थे। वह पैसों को एजेंटों के जरिए सटोरियों तक पहुंचाने की तैयारी में था।आरोपी पुलिस को झांसा देने के लिए शहर में ही कपड़े की दुकान चलाता है।

पुलिस की टीम ने उसी समय वहां भी छापा मारा। दुकान से उसके साथी मोहित को गिरफ्तार किया गया। रैकेट में शामिल तीसरा साथी और आसिफ का भाई मोहसिन जो मुंबई में रहता है, अभी फरार है। ये सभी गिरोह को ऑपरेट करते थे। उनका लिंक मुंबई के सटोरियों से है।पुलिस ने पकड़े गए दोनों आरोपियों से तीन घंटे तक अलग-अलग पूछताछ की। उसके बाद पूरा रैकेट सामने आया। उन्होंने बताया कि ट्रासंपोर्टर योगेश अग्रवाल उनके लिए रिकवरी का काम करता है।

वह मार्केट से पैसे इकट्ठा कर उन तक पहुंचाता है। पुलिस ने शाम को उसे भी गिरफ्तार कर लिया है। योगेश भैयाजी गैरेज का मालिक है।पुलिस के मुताबिक, आसिफ पांच साल से क्रिकेट सट्टे से जुड़ा है। पहले वह पहले खुद सट्टा खेलता था। फिर मुंबई के सटोरियों से संपर्क किया। पहले वह खुद सट्टा खेलता था, फिर मुंबई के सटोरियों से कॉन्टेक्ट किया। दो साल बाद खुद इस कारोबार में कूद गया और अपने भाई और साथियों की मदद से कटिंग करने लगा।

Check Also

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को दिया एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने का निर्देश

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को 1 अप्रैल, 2023 तक एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *