15 अगस्त के बाद मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल हो सकता है. नए कैबिनेट विस्तार में कुछ नए चेहरे नजर आ सकते हैं वहीं काम ना करने वाले मंत्रियों की छुट्टी भी हो सकती है. इसके साथ ही कई नए लोगों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू और मनोहर पार्रिकर के इस्तीफे के साथ ही मंत्रिमंडल में विस्तार की चर्चाएं तेज हो गई थीं.
जानकारी के अनुसार 15 अगस्त को पीएम मोदी लाल किले से भाषण के बाद 17 अगस्त को मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं. इस बार मंत्रिमंडल विस्तार में जहां कुछ नए लोगों को तवज्जो मिलने की संभावना है, वहीं उन राज्यों का भी ख्याल रखा जाएगा, जहां अगले साल चुनाव होने वाले हैं.
मीडिया में चर्चा थी कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह रक्षा मंत्री बन सकते हैं. इसीलिए उन्हें गुजरात से राज्यसभा भेजा जा रहा है. लेकिन आज शाह ने इसे महज कयास ही करार दिया है. उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी अध्यक्ष बनकर ही खुश हूं. लेकिन विधायक पद छोड़कर सांसद बनने के पीछे की रणनीति का अब तक उन्होंने या बीजेपी ने खुलासा नहीं किया है.
वेंकैया नायडू ने उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित होने के बाद मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है. वेंकैया नायडू मोदी कैबिनेट में कई अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. नायडू के पास तीन मंत्रालय थे. सूचना प्रसारण मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय और गरीबी उन्मूलन मंत्रालय. तीनों मंत्रालयों को अतिरिक्त प्रभार देने की संभावना कम ही लग रही है.
बता दें कि अरुण जेटली पहले से वित्त मंत्रालय के साथ रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं. इसी साल मनोहर पर्रिकर के गोवा के मुख्यमंत्री बनने से रक्षा मंत्री का पद खाली हुआ था. वहीं पर्यावरण मंत्री अनिल दवे का निधन होने से हर्षवर्धन को पर्यावरण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया. हर्षवर्धन पहले से विज्ञान मंत्रालय संभाल रहे हैं.
इससे पहले साल 2014 में पहला केंद्रीय कैबिनेट विस्तार हुआ था. जिसमें 21 चेहरों को शामिल किया गया था. पिछले साल जुलाई में भी कैबिनेट में फेरबदल कर स्मृति ईरानी की जगह प्रकाश जावड़ेकर को मानव संसाधन मंत्रालय दिया गया था और स्मृति ईरानी को कपड़ा मंत्रालय भेज गया.
लंबे समय से मोदी कैबिनेट में विस्तार की चर्चा है, लेकिन अब तक ये सिर्फ कयास ही साबित हुआ है. बताया जा रहा है कि इस बार होने वाले कैबिनेट विस्तार में कई चौंकाने वाले नाम हो सकते हैं. यूपी के डिप्टी सीएम केशवप्रसाद मौर्य के भी केंद्र में मंत्री बनने की खबरें उड़ी हैं. मीडिया में आई खबरों के मुताबिक बीएसपी सुप्रीमो मायावती को काउंटर करने के लिए उन्हें सांसद पद नहीं छोड़ने को कहा गया है.
अब एक बार फिर पीएम मोदी को जिम्मेदारी देने के लिए नए चेहरे तलाशने होंगे. गुजरात और हिमाचल पदेश में अगले चार पांच महीने में चुनाव है और दो सालों के अंदर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक समेत कई अहम राज्यों मे चुनाव होना है.