मध्यप्रदेश के किसान आंदोलन के छठे दिन इंदौर हाईवे पर किसानों ने फिर गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। शाजापुर के शुजालपुर इलाके में भी उपद्रवियों ने एक वाहन में आग लगा दी। वहीं, मंदसौर में किसानों पर हुई फायरिंग के विरोध में यूथ कांग्रेस ने दिल्ली के तिलक ब्रिज रेलवे स्टेशन पर रेल रोको आंदोलन किया। इस बीच, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वे शांति के लिए शनिवार को 11 बजे से दशहरा मैदान में उपवास करेंगे।
लोग आएंं और मेरे साथ प्रॉब्लम्स पर बातचीत करें। उन्होंने कहा कि अराजक लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है। कुछ लोगों ने लड़कों के हाथ में पत्थर पकड़ा दिए हैं।रतलाम के एक कांग्रेस नेता डीपी धाकड़ का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है। इस वीडियो धाकड़ लोगों से आग लगाने के लिए कह रहे हैं।
वीडियो में धाकड़ किसानों को मोर्चे पर डटे रहने की बात करते दिख रहे हैं। वे ये भी कहते सुनाई दे रहे हैं कि सरकार हमें जेल में भी डाल दे तो पीछे नहीं हटना है। रतलाम के आईटीआई परिसर में धाकड़ लोगों को पुलिस के वाहन जलाने का कहते हुए भी दिख रहे हैं।एसपी अमित सिंह ने धाकड़ की वीडियो क्लिप होने का दावा किया है। वीडियो के आधार पर धाकड़ के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
शुक्रवार को मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन के दौरान 4 जगहों से हिंसा की खबरें सामने आईं, वहीं हालात को काबू में करने के लिए आरएएफ की 2 और टुकड़ियां भेजी गई हैं।शुक्रवार सुबह किसानों ने भोपाल-इंदौर हाइवे पर फंदा गांव में लोगों ने सीएम शिवराज सिंह के विरोध में नारे लगाए। इस दौरान आंदोलनकारियों को काबू में करने पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ीं और आंसू गैस के गोले छोड़े।
वहीं, शाजापुर में गुरुवार को आगजनी और पथराव करने वाले 125 लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ है। इनमें से नामजद 25 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। वहीं मंदसौर में हालात सामान्य होने पर कर्फ्यू में शाम 4 बजे तक ढील दी गई है।किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस के 18 नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
रायसेन में कुर्की का नोटिस मिलने पर एक किसान ने खुदकुशी कर ली। उसने बैंक से 10 लाख का कर्ज लिया था।बता दें कि इस आंदोलन में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है।बता दें कि शाजापुर में गुरुवार को उपद्रवियों ने हाईवे पर हंगामा कर पुलिस पर पथराव किया था और एसडीएम के साथ मारपीट की थी।
इसके बाद पुलिस ने 100 से ज्यादा आंसू गैस के गोले छोड़े, हवाई फायर किए, लेकिन भीड़ काबू नहीं हो सकी। उपद्रवी पथराव करते हुए पुलिस पर टूट पड़े और पुलिस को वहां से भागना पड़ा था।इसके बाद 100 मीटर दूर भागने के बाद सामने खड़ीं एसपी मोनिका शुक्ला ने हिम्मत दिखाते हुए बल काे भी रोका। पुलिस ने भी स्थिति को देखते हुए शहरवासियों को बुलाया और पथराव करनेे वाले ग्रामीणों को शहरवासियों ने भी पथराव किया। इसके बाद स्थिति काबू हो सकी।
कोतवाली टीआई राजेंद्र वर्मा के मुताबिक, मामले में 15 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।गुरुवार सुबह 11 बजे मंडी में प्याज लेकर समर्थन मूल्य पर बेचने आए किसानों को रोकने के लिए ग्रामीणों की भीड़ आई। ग्रामीणों ने मंडी में प्याज बेचने वाले किसानों को लेकर नाराजगी जताना शुरू किया। इसके बाद किसानों की भीड़ बढ़ती गई। दोपहर 12 बजे तक 500 लोग जमा हुए और हाईवे जाम कर दिया।
इसके बाद वाहनों पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। दोपहर 3 बजे तक उपद्रव करते रहे। करीब 3 बजे शहरवासी सामने आए और 3.45 बजे तक हालात पर काबू पाया जा सका। घटना में पटवारी ब्रजकिशोर पटेल जख्मी हो गए। 12-15 पुलिसकर्मियो को भी चोट आई। दिनभर हुए उपद्रव के दौरान चार बाइक में आग लगा दी गई।
शाजापुर की एसपी मोनिका शुक्ला ने कहा बेकाबू भीड़ ने पुलिस पर पथराव करते हुए रहवासी इलाके में पहुंचकर बाइकों में आगजनी की। शहर को जलने से बचाने के लिए हमने शहरवासियों से मदद लेना बेहतर समझा। उनकी मदद के बाद पुलिस मजबूत स्थिति में आई और भीड़ को खदेड़ दिया।
मध्य प्रदेश के किसान कर्ज माफी, मिनिमम सपोर्ट प्राइस, जमीन के बदले मिलने वाले मुआवजे और दूध के रेट को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। सबसे पहले 3 जून को इंदौर में यह आंदोलन हिंसक हो गया था। अब मंदसौर और राज्य के बाकी हिस्सों में भी तनाव है।कर्ज माफी और दूध के दाम बढ़ाने जैसे मुद्दे पर किसानों का आंदोलन महाराष्ट्र में 1 जून से शुरू हुआ था। वहां अब तक 7 लोगों की मौत हुई है।