उज्जवला योजना का लाभ उठा रहे लोग 14.2 का एक सिलेंडर लेने की बजाय 5-5 किलो के दो सिलेंडर ले सकेंगे. केंद्र सरकार द्वारा दूर-दराज के पहाड़ी क्षेत्रों में सिलेंडर ले जाने में होने वाली दिक्कत को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. इंडियन ऑयल के अध्यक्ष संजीव सिंह ने इस योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि लाभार्थियों को बड़े गैस सिलेंडर हेतु 1250 रुपये जमानत राशि के तौर पर जमा करवाने होते है, जबकि छोटे सिलेंडरों के लिए जमानत राशि 800 रुपये निर्धारित की गई है.
ऐसे में कोई लाभार्थी उज्ज्वला गैस कनेक्शन के साथ पांच-पांच किलो के दो सिलेंडर लेता है, तो उसे 350 रुपये अतिरिक्त चुकाने होंगे. क्योंकि, उज्ज्वला गैस कनेक्शन के तहत बड़े सिलेंडर की जमानत राशि यानी 1250 रुपये ही चुकाने पड़ते हैं.उज्ज्वला गैस योजना के तहत लाभार्थियों को पांच किलो के गैस सिलेंडर देने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने सॉफ्टवेयर में भी बदलाव किया है.
सिंह ने बताया कि 350 रुपये चुकाकर छोटे सिलेंडर लेने का विकल्प ले तो लाभार्थी को किसी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए सॉफ्टवेयर में बदलाव किया है. सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा है कि इस योजना का लाभ केवल पहाड़ी दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को ही मिलेगा.केंद्र सरकार की इस योजना का मकसद ग्रामीण इलाकों में रहने वाले परिवारों तक शुद्ध एलपीजी पहुंचाना है.
इसके साथ इस योजना का लक्ष्य ग्रामीण महिलाओं को सशक्त करना भी है. इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण इलाकों में रहने वाले बीपीएल राशन कार्ड धारकों को 1250 रुपये की जमानत राशि चुका सिलेंडर मिलता है. सिलेंडर के साथ परिवार को रेगुलेटर, पाइप फ्री में दिया जाता है. इसके साथ ही परिवार को चूल्हा किस्तों पर लेने का विकप्ल दिया गया है.