आर के पचौरी की पूर्व सचिव होने का दावा करने वाली एक यूरोपीय महिला ने अब उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है.इससे पहले टेरी में काम करने वाली दो महिलाओं ने पचौरी के खिलाफ इसी तरह के आरोप लगाये थे.उसने आरोप लगाया है कि जब वो 2008 में पचौरी की सेक्रेटरी थी तब उन्होंने उसका यौन शोषण किया था.महिला ने अपने बयान में कहा है कि जब उसने पचौरी को यौन उत्पीड़न का विरोध किया तो उसे नौकरी से निकाल दिया गया.
पचौरी करीब तीन दशकों तक द एनर्जी एंड रिसोर्स इंस्टीट्यूट (टेरी) के प्रमुख रहे थे. यौन शोषण से जुड़े विवाद के बाद उन्होंने पद छोड़ा.विवाद की शुरुआत तब हुई जब टेरी में काम करने वाली एक युवती ने पचौरी पर यौन शोषण के आरोप लगाया. एक अंतरराष्ट्रीय कमेटी ने पचौरी को दोषी पाया लेकिन राज्य औद्योगिक न्यायाधिकरण ने फैसले पर स्थगन आदेश दे दिया.
फरवरी 2015 में जब महिला ने पचौरी के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी तो मामले की पुलिस ने भी जांच की. पुलिस ने मामले के आरोपपत्र में पचौरी को पीछा करने, यौन उत्पीड़न और धमकाने का अभियुक्त बनाया है.महिला ने दावा किया कि जब पचौरी ने उसका उत्पीड़न किया, वह 19 साल की थी. उसका पक्ष ग्रोवर और एक और वकील रत्ना आपनेंदर रखेंगी.