मुरथल रेपकांड के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन

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जाट आंदोलन न सिर्फ हिंसक था बल्कि इस आंदोलन की आड़ में महिलाओं के साथ बदसलूकी और गैंगरेप का मामला भी अब सामने आ रहा है.हरियाणा के डीजीपी वाईपी सिंह  ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है लेकिन अब तक इसके कोई ठोस सबूत नहीं मिले कि इस तरह की घटना हुई थी.हरियाणा में जाट आंदोलन के समय हुए बवाल के दौरान सोनीपत के मुरथल के पास महिलाओं से गैंगरेप मामले में हरियाणा के डीजीपी वाईपी सिंघल ने प्रेस कांफ्रेस में बताया कि मुरथल मामले में तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है.

डीआईजी राजश्री सिंह के नेतृत्व में बनाए गए इस जांच कमेटी में दो महिला डीएसपी भी श‌ामिल हैं. उन्होंने तीनों के मोबाइल नंबर जारी करते हुए पीड़ित पक्ष के सामने आने की अपील की है.

डीआईजी राजश्री सिंह- 9729995000
डीएसपी भारती डबास- 8053882302
डीएसपी सुरेंद्र कौर- 9729990760

गौरतलब है कि हरियाणा में जाट आंदोलन के दौरान सोनीपत के मुरथल के पास उपद्रव के दौरान गैंगरेप के मामला सामने आने के बाद हरियाणा में हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए सरकार को कड़ी फटकार लगाई है.इससे पहले हाईकोर्ट ने डीजीपी से मामले में रिपोर्ट तलब करते हुए सरकार को नोटिस जारी करके जवाब मांगा था.

बेंच ने कहा था कि यौन शोषण में पीड़ित महिलाएं या प्रत्यक्षदर्शी सामने आए तो पहचान गुप्त रखी जाएगी और ऐसी शिकायत की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराने में भी परहेज नहीं होगा. डीजीपी से रिपोर्ट जस्टिस एनके सांघी द्वारा एक समाचार पत्र पर लिए गए स्व संज्ञान की सुनवाई करते हुए जस्टिस एसके मित्तल व जस्टिस एचएस सिद्धू की बेंच ने तलब की है.

जस्टिस सांघी ने स्व संज्ञान लेते हुए एक्टिंग चीफ जस्टिस को भेजे पत्र में कहा था कि यह अति शर्मनाक घटना है और ऐसे हालात पर हाईकोर्ट मूक दर्शक नहीं बना रह सकता, लिहाजा जांच देश की प्रमुख एजेंसी से कराई जानी चाहिए और इस मामले में स्व संज्ञान लिया जाना चाहिए.इसी पर एक्टिंग चीफ जस्टिस ने इस पत्र को स्व संज्ञान के तौर पर चलाने के लिए मामला सुनवाई के लिए जस्टिस मित्तल की डिवीजन बेंच के पास भेज दिया था.

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि इस मामले की जांच करायी जायेगी और दोषियों को नहीं छोड़ा जायेगा. उन्होंने जांच के आदेश दे दिये हैं. उधर, फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर जाकर शुक्रवार को उपलब्ध साक्ष्य व कपड़ों आदि को जब्त किया.जाट आंदोलन के दौरान मुरथल में महिलाओं के साथ गैंगरेप की खबर एक प्रमुख अंग्रेजी अखबार ने छापी थी.

इस खबर में  अमरीक का जिक्र किया जो  सुखदेव ढाबा के मालिक है.इनका नाम लेकर लिखा गया था कि अंग्रेजी अखबार के रिपोर्ट्स को उन्होंने जानकारी दी कि कुछ महिलाएं बुरी हालत में यहां पहुंची थी और उन्होंने अपने साथ हुए दुष्कर्म की बात कही थी.

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