पीएम मोदी ने बीजेपी नेताओं को दिया जीत के बाद संदेश

पीएम मोदी ने बीजेपी नेताओं को नसीहत दी है कि वो जीत के सुरूर में न डूबें. विधानसभा चुनावों की सफलता के बाद बीजेपी के बड़े नेता और सांसद संसद भवन परिसर में मिले तो माहौल पूरी तरह जश्न का था. बीजेपी संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने बीजेपी नेताओं और सांसदों को साफ शब्दों में कहा, न बैठूंगा, न बैठने दूंगा. उनका इशारा साफ था कि जीत के बाद अब तैयारी भविष्य की बड़ी चुनौतियों से जूझने की होनी चाहिए.

प्रधानमंत्री ने कहा कि हर सांसद और विधायक स्थानीय कार्यकर्ताओं से मिलना शुरू करें.बैठक के बाद संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने बताया कि पीएम मोदी ने कहा कि सरकार और बीजेपी के काम को आखिरी आदमी तक पहुंचाया जाए और युवाओं को विकास के एजेंडे का एम्बैसेडर बनाया जाए. बैठक में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने 2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारी शुरू करने को भी कहा.

अमित शाह के कहा कि अब पार्टी के सामने सबसे बड़ा लक्ष्य है 2019 का चुनाव और उसके लिए पूरी तैयारी होनी चाहिए.बैठक में बीजेपी ने दलितों तक पहुंच बनाने की कोशिश को जारी रखने पर जोर दिया, जिनके बारे में माना जा रहा है कि उन्होंने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में काफी संख्या में भाजपा को वोट दिया है.

बीजेपी ने यह भी तय किया है कि 14 अप्रैल को भीमराव अंबेडकर जयंती के मौके पर वह सप्ताह भर तक विभिन्न कार्यक्रम एवं समारोहों का आयोजन करेगी. पार्टी प्रत्येक पंचायत और वार्ड में एक सप्ताह का कार्यक्रम आयोजित करेगी. साथ ही 6 अप्रैल को भाजपा का स्थापना दिवस व्यापक रूप से मनाएगी, जिसमें पार्टी के नेता और कार्यकता ‘स्वच्छ भारत’ अभियान में हिस्सा भी लें.

अनंत कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि बैठक के दौरान पीएम मोदी ने पार्टी नेताओं से एक सप्ताह के कार्यक्रम के दौरान भीम ऐप्प और डिजिटल भुगतान माध्यम के उपयोग को गति प्रदान करने तथा लोगों में इसके प्रति जागरूकता फैलाने एवं इन्हें डाउनलोड करने में मदद करने को कहा.

पीएम मोदी ने कहा कि आज युवा अखबारों और टीवी चैनलों पर निर्भर रहने की बजाय मोबाइल फोन का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, ऐसे में युवाओं के साथ संपर्क बनाने के लिए इस माध्यम का उपयोग करें. प्रधानमंत्री ने पार्टी नेताओं से कहा कि वे युवाओं से 10वीं कक्षा से ही संपर्क स्थापित करना शुरू करें.

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि हाल के विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली जीत लोगों का जात-पात, परिवारवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ वोट करने का परिणाम था और लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और उनकी जनकल्याण योजनाओं एवं सुशासन के एजेंडे के पक्ष में जनादेश दिया.

Check Also

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को दिया एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने का निर्देश

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को 1 अप्रैल, 2023 तक एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *