प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेतु भारतम परियोजना की शुरुआत करते हुए कहा कि अगर देश को विकास के पथ पर दौड़ाना है तो उसके लिए सड़कों का विकास बहुत महत्वपूर्ण हैं.दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान इस परियोजना का उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास और उसके लाभ के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि अगर देश को विकास के पथ पर दौड़ाना है तो उसके लिए सड़कों का विकास बहुत महत्वपूर्ण हैं.
मोदी ने सड़क के अलावा रेल, पानी और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं के विकास पर भी ध्यान देने की जरूरत है. मोदी ने रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के बारे में भी चर्चा की. सेतु भारतम परियोजना को अगले चार साल (2019) तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.इस परियोजना के अंतर्गत साल 2019 तक सभी राष्ट्रीय राजमार्गों को रेलवे क्रॉसिंग से मुक्त बनाया जाएगा. कार्यक्रम में मोदी के साथ केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी भी थे. हमें व्यापक दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है- कार्यक्रम के दौरान मोदी ने कहा कि हमें समस्या को लेकर व्यापक दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि रेलवे सिर्फ वाहवाही से सफलतापूर्ण नहीं चल सकती इसलिए हमने रेलवे लाइन को बढ़ाने का निर्णय किया है.पीएम मोदी ने कहा कि पहले नई ट्रेनों की घोषणा सिर्फ सांसदों को खुश करने के लिए की जाती थी इसलिए कई प्रोजेक्ट अधुरे पड़े हुए हैं. साल 2016-17 के आम बजट की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस साल के बजट में ग्रामीण सड़कों के लिए बजट में बहुत से संसाधनों की व्यवस्था की गई है और सरकार का इस ओर ध्यान दे रही है.
गौरतलब है कि सरकार ने इस परियोजना के तहत 208 स्थानों की रेल ओवर ब्रिज या अंडरपास निर्माण के लिए पहचान की गई है. परियोजना में 10,200 करोड़ रुपये खर्च होने की उम्मीद है. इसके अलावा पुराने पुलों को हटाने के लिए 1500 नए पुलों का निर्माण करने का भी प्रस्ताव है.
प्रधानमंत्री मोदी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की समीक्षा के लिए आज वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. ये परियोजनाएं कोयला, बिजली और सड़क क्षेत्रों से संबंधित हैं. बैठक के दौरान बिजली, कोयला, नई एवं नवीकरणीय ऊर्जा तथा सड़क मंत्रालयों के सचिव विभिन्न परियोजनाओं की मौजूदा स्थिति के बारे में बताएंगे.