नोटबंदी को लेकर पीएम मोदी ने कसा राहुल गांधी पर तंज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी के विरोधियों पर काशी से प्रचंड प्रहार किया। नोटबैन पर काशी से कांग्रेस को करारा जवाब देते हुए पीएम मोदी ने नाम लेकर राहुल गांधी, मनमोहन सिंह और चिदबंरम पर सीधा हमला किया। नोटबंदी के फैसले का बचाव करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों पर भी पलटवार किया।  प्राचीन मंदिरों की नगरी वाराणसी में एक दिन के दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बनारस हिंदू विश्‍वविद्यालय (बीएचयू) में एक कार्यक्रम को संबोधित किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि विपक्ष के नेता नोटबंदी के मुद्दे पर भ्रष्ट लोगों का पक्ष लेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीबी मनमोहन सिंह की विरासत है। नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष की ओर से संसद में किया हंगामा ठीक उसी तरह है, जैसे पाकिस्तान आतंकियों को कवर फायर देता है। लेकिन काशी का ये बच्‍चा सच इधर से या उधर से निकलवाकर ही रहेगा।

बीएचयू में पीएम मोदी ने कहा कि नोटबंदी का विरोध करने वाले पाकिस्‍तान जैसी रणनीति अपना रहे हैं। कुछ राजनीतिक दल, नेता बेईमानों के साथ हैं। मुझे नहीं पता था कि कुछ दल और नेता बेईमानों के साथ खड़े हो जाएंगे। बेईमानों को बचाने के लिए नई नई तरकीब निकाली जा रही है। नोटबंदी के विरोधी पाकिस्‍तान जैसी रणनीति अपना रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि जनता को तकलीफ हो रही है लेकिन ईमानदारी के लिए वो साथ हैं।

नोटबंदी पर 125 करोड़ देशवासियों को हम जितना भी नमन करें वो कम ही होगा। नोटबंदी के बाद अब किसी का कालाधन और किसी का काला मन अब खुल रहा है। नोटबंदी के बाद ये देश सोने की तरह तपकर निकलेगा।पीएम ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस के एक युवा नेता (राहुल गांधी) हैं जो भाषण सीख रहे हैं। राहुल ने जब से बोलना सीखा और भाषण देना शुरू किया तो मुझे खुशी हुई है। जब तक राहुल गांधी नहीं बोलते थे, तब तक पता नहीं होता था कि उनके पैकेट में क्‍या है लेकिन अब साफ है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वह इस बात से खुश हैं कि राहुल गांधी ने सीख लिया है कि भाषण कैसे दिए जाते हैं। मोदी ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि अब हमने देख लिया है कि ‘भूकंप’ का मतलब क्या है। पीएम मोदी ने कहा कि अच्छा हुआ युवा नेता ने बोलना शुरू कर दिया नहीं तो भूकंप आ जाता और देश को इतना बड़ा दर्द झेलना पड़ता कि दस सालों तक उबर ही नहीं पाता। उनके बोलने से ये भी पता चल गया कि भूकंप कैसा होता है।

पीएम मोदी ने कहा कि नोटबैन का विरोध कर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने अपना रिपोर्ट कार्ड पेश किया है। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह 1971-72 से वित्त विभाग की कोर टीम में रहे हैं। उनका कहना है कि देश की 50 फीसदी जनता गरीब है तो नोटबंदी को कैसे लागू किया जा सकता है। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि 50 फीसदी गरीबी की विरासत मैं किसकी झेल रहा हूं? आप अपना रिपोर्ट कार्ड तो नहीं दे रहे।

नोटबंदी के मुद्दे पर संसद को बाधित करने के मुद्दे पर विपक्ष पर तीखा वार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आरोप लगाया कि विपक्षी दल ‘भ्रष्ट लोगों को बचाने’ की कोशिश उसी प्रकार कर रहे हैं, जैसे पाकिस्तान आतंकवादियों को सीमा पार करवाने के लिए कवर फायर करता है। मोदी ने कहा कि नोटबंदी ‘कालेधन’ के साथ-साथ कई लोगों के ‘काले मन’ को भी उजागर कर देगा। मोदी ने कहा कि कई लोग कहते हैं कि मैंने इस बड़े कदम के परिणामों के बारे में नहीं सोचा था।

वास्तव में मैं इस एक चीज के बारे में नहीं सोच पाया था कि किस निर्लजता के साथ कुछ राजनीतिक दल और नेता भ्रष्ट लोगों का बचाव करने आगे आएंगे। लेकिन मैं खुश हूं कि ‘काले धन’ के खात्मे के उद्देश्य के साथ शुरू किए गए इस अभियान ने कई ‘काले मन’ भी बेपर्दा कर दिए हैं। बीते आठ नवंबर को 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र की पहली यात्रा पर आए प्रधानमंत्री बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के परिसर के भीतर आयोजित एक समारोह में बोल रहे थे।

मोदी ने नोटबंदी के मुद्दे पर सरकार पर हमला बोलते रहे विपक्षी दलों को ‘बेशर्मी के साथ भ्रष्ट और बेईमान लोगों के पक्ष में खड़ा’ बताते हुए उनपर निशाना साधा। मोदी ने विपक्ष के लोगों द्वारा संसद के हालिया सत्र की कार्यवाही को बाधित किए जाने की तुलना ‘पाकिस्तान की ओर से सीमा पर की जाने वाली उस गोलीबारी से की, जो वह घुसपैठियों को कवर देने के लिए करता है।

मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस के नेताओं- राहुल गांधी एवं पी चिदंबरम पर भी वापस हमला बोलते हुए कहा कि उनकी दलील है कि गरीबी, निरक्षरता और देश के गांवों तक बिजली न पहुंचने के कारण नकदी रहित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना व्यर्थ है। उनकी यह दलील उनके अपने ही रिपोर्ट कार्ड को ‘खोलकर’ रख देती है। मोदी ने कहा कि गरीबी सिंह की विरासत है। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री की छवि साफ है लेकिन कई बड़े घोटाले उन्हीं के कार्यकाल में हुए।

अपने पूर्ववर्ती प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ओर से संसद में यह कहे जाने पर कि 50 प्रतिशत से अधिक गरीब जनसंख्या वाले देश में नकदी रहित अर्थव्यवस्था व्यवहार्य नहीं है, मोदी ने कहा कि मैं इस बात पर हैरान हूं कि क्या वह खराब स्थिति को स्वीकार करके अपना रिपोर्ट कार्ड पेश कर रहे थे? मोदी ने कहा कि आखिर वह दो बार प्रधानमंत्री और एक वित्त मंत्री रह चुके हैं। 1970 के दशक से वह प्रमुख पद संभाल रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम पर यह कहने के लिए निशाना साधा कि भारत के लगभग आधे गांवों में बिजली की व्यवस्था न होने के कारण ऑनलाइन लेनदेन को व्यापक स्वीकार्यता नहीं मिल सकी। मोदी ने कहा कि वह किसकी गलतियों को गिना रहे हैं? क्या मैंने बिजली वाले गांवों से बिजली के खंभे उखाड़ लिए या तारें काट लीं? उन्होंने राहुल गांधी के इस दावे पर भी चुटकी ली कि कार्ड, ऑनलाइन हस्तांतरण आदि में कम साक्षरता के कारण बाधाएं आएंगी।

मोदी ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि वह यह न कहें कि मैंने कुछ काला जादू करके उन लोगों को निरक्षर बना दिया है, जो लिखना-पढ़ना जानते थे। उन्होंने कहा कि वह बोलने से पहले कभी सोचते नहीं हैं और उन्हें यह अहसास भी नहीं हुआ होगा कि उन्होंने अपनी ही पार्टी के लंबे शासन की विफलता को स्वीकार कर लिया है।

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