केरल में भारी बारिश हो रही है। राज्य के 14 में से 12 जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। मध्य केरल के कई इलाकों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट पूरी तरह ठप हो चुका है। दक्षिण रेलवे और कोच्चि मेट्रो ने अपनी सेवाएं फिलहाल स्थगित कर दी हैं।
बुधवार को इडुक्की, मुल्लापेरियार और इडमलयार समेत 35 बांधों के गेट खोलने से कई इलाके जलमग्न हो गए। पेरियार नदी का जलस्तर बढ़ने से कोच्चि पर खासा असर हुआ है। यहां के कई इलाकों में पानी भर गया। एयरपोर्ट को शनिवार तक बंद कर दिया।
8 अगस्त से अब तक बारिश, भूस्खलन और बाढ़ के चलते 75 लोगों की मौत हो गई।एनडीआरएफ और नौसेना की टीमें राहत और बचाव का कार्य कर रही हैं। भारतीय नौसेना ने बताया कि उनकी 21 टीमें अलग-अलग इलाकों में काम कर रही हैं। इसके पहले, मुख्यमंत्री पी विजयन ने कहा था कि केरल के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ।
अधिकांश बाधों के गेट खोले गए। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बर्बाद हो चुके हैं। लोगों को साफ पीने का पानी मुहैया कराना सरकार की प्राथमिकता है। बारिश अगले 4 दिन तक जारी रहेगी, इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है। कोच्चि एयरपोर्ट के निदेशक एसीके नायर ने बताया कि बाधों के गेट खुलने से पेरियार नदी का पानी एयरपोर्ट तक पहुंच गया।
इससे फ्लाइट ऑपरेशन में दिक्कत आई। जलस्तर घटने पर एयरपोर्ट की सफाई में 24 घंटे लगेंगे। तभी उड़ानें शुरू की जा सकेंगी।राज्य में पिछले 24 घंटों में 38.11 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि मॉनसून शुरू होने से अब तक राज्य में 1806.64 मिली मीटर (71 इंच) बारिश हुई है।
आपदा प्रबंधन नियंत्रण केंद्र के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी को बताया कि सरकार ने 768 राहत शिविर लगाए हैं, जहां बुधवार देर तक 22115 परिवारों के 85,398 लोगों को ठहराया गया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन से फोन पर बात की। इस बीच, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सेना, नौसेना, वायु सेना और तटरक्षक बलों के वरिष्ठ अधिकारियों को केरल के लोगों को हरसंभव मदद करने के निर्देश दिए।