केरल में बाढ़ से राहत के बाद अब तक 10 लाख लोगों को राहत शिविरों में पहुँचाया गया

केरल में 13 दिन बाद बारिश और बाढ़ से लोगों को राहत मिली है। कई इलाकों में बाढ़ का पानी कम हुआ, जिससे लोगों को रोज की जरूरी चीजें मिलना शुरू हो गई हैं। हालांकि, अभी भी कई ऐसी जगह हैं, जहां हजारों की तादाद में लोग फंसे हैं। सोमवार को 6 और लोगों की मौत हो जाने के बाद 8 से 20 अगस्त तक मरने वालों की तादाद 223 पहुंच गई।

उधर, राज्य में 29 मई को आई पहली बाढ़ के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 400 से ज्यादा हो गई।केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन ने सोमवार देर शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि राज्य में 5645 राहत शिविरों में 10,28,073 लाख लोगों को रखा गया है। इनमें 4,51,929 महिलाएं, 3,99,649 पुरुष और 12 साल से कम उम्र के 1,76,495 बच्चे शामिल हैं।

सोमवार को राज्य के निचले इलाकों से 602 लोगों को बचाया गया। 19 अगस्त को 22,000, 17 अगस्त को 58,000 और 17 अगस्त को 82,000 लोगों को रेस्क्यू किया गया था।सोमवार शाम को केंद्र सरकार ने केरल की बाढ़ को गंभीर किस्म की आपदा घोषित कर दिया। इस श्रेणी की आपदा के लिए प्रभावित राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर सहायता मुहैया करवाई जाती है।

केरल में बारिश थमने के बाद स्थिति सुधरने लगी है। हालांकि, एर्नाकुलम और अलप्पुझा जिले के अंदरूनी हिस्से चेंगनूर में फंसे कई लोगों को मदद का इंतजार है। इन्हें निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है। फंसे लोगों की मदद करने के लिए ड्राेन का इस्तेमाल किया जा रहा है।कोच्चि में पेरियार नदी में बाढ़ का पानी कम हुआ है।

यहां आम जीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है। कोच्चि नौसेना एयरबेस से सोमवार को छोटे विमानों ने परिचालन शुरू किया गया। दूसरी तरफ 15 अगस्त से बंद कोच्चि एयरपोर्ट पर सफाई का काम शुरू हो गया है। रेलवे ने भी कोट्टायम और शोरनूर के अन्य क्षेत्रों में ऑपरेशन शुरू कर दिया है।

अलायंस एयर ने बेंगलुरु-कोच्चि-बेंगलुरु के बीच 2 फ्लाइट, चेन्नई-त्रिची-चेन्नई के बीच 1 फ्लाइट और हैदराबाद-बेंगलुरु-कोच्चि-हैदराबाद के बीच 1 फ्लाइट शुरू की है। इसके अलावा, इंडिगो ने बेंगलुरु-कोच्चि-बेंगलुरु और बेंगलुरु-कोच्चि-चेन्नई के बीच एक-एक फ्लाइट शुरू की। कोच्चि एयरपोर्ट 

के परिसर में पानी भरने के बाद इसे 26 अगस्त तक बंद करने का फैसला किया गया था।मुख्यमंत्री पी विजयन ने रविवार को बताया कि केरल को बाढ़ से 20 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। राज्य में करीब 40,000 एकड़ में फसलें नष्ट हो चुकी हैं। सेना की 16, नौसेना की 28 और एनडीआरएफ की 58 टीम राहत-बचाव कार्य में जुटीं हैं।

लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाने और खाने के अलावा राहत सामग्री के वितरण के लिए 67 हेलिकॉप्टर, 24 एयरक्राफ्ट और 548 मोटरबोट्स को तैनात किया गया है। सेना इसरो के ओशियन सेट-2, कार्टोसेट-2 समेत पांच सैटेलाइट से मिलने वाली रियल टाइम तस्वीरों की मदद ले रही है।

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