जीतनराम मांझी ने नीतीश कुमार को घोखेबाज बताया

Jiten-Ram-Manjhi_6

जीतनराम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार से बड़ा घोखेबाज कोई नहीं। वे झांसा देने में कोई भी कुकर्म कर सकते हैं।मांझी ने अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत के क्रम में ये बातें कहीं।मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार विश्वास के काबिल व्यक्ति नहीं हैं। वे दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनने वाले। इसलिए डरकर जल्दबाजी में योजनाओं के शिलान्यास व उद्घाटन में व्यस्त हो गए हैं।उन्होंने कहा, 2010 के विधानसभा चुनाव में लोगों ने एनडीए को बहुमत दिया था। लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश को नारद मोह हो गया था और प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देखने लगे थे। ऐसा नहीं होने पर भाजपा से नाता तोड़ लिया।

मांझी ने कहा कि नीतीश ने दिग्विजय सिंह, जार्ज फर्नांडीस, शकील अहमद खान समेत कई को धोखा दिया। उन्होंने कहा, ‘मुझको और पार्टी को भी धोखा देने से पीछे नहीं रहे। मुझे 15 माह के लिए मुख्यमंत्री बनाया था लेकिन आठ माह बाद ही इस्तीफा देने को विवश कर दिया। मैंने भ्रष्टाचार को रोकने की कोशिश की, जो नीतीश को अच्छा नहीं लगा।’मांझी ने कहा कि बिहार अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय, कई सड़कों व पुलों आदि के निर्माण में व्यापक पैमाने पर धांधली हुई है, जिसकी सीबीआइ से जांच होनी चाहिए।

मांझी ने कहा कि नीतीश ने मुख्यमंत्री बनाकर कृपा नहीं की थी बल्कि पार्टी के अंदर विरोध को शांत करने को ऐसा किया था। नीतीश के यह कहने पर कि मांझी को मुख्यमंत्री बनाना उनकी बड़ी भूल थी, मांझी ने कहा कि अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति को कमजोर समझकर उन्होंने गलती की।मांझी ने कहा कि 30 अगस्त को ‘चंदन कुमार’ और ‘भुजंग प्रसाद’ मिलकर डीएनए के मुद्दे पर रैली कर रहे हैं, जिससे जनता को सतर्क रहने की जरूरत है। रैली में भीड़ जुटाने के लिए सरकारी मशीनरी को लगा दिया गया है।

Check Also

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को दिया एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने का निर्देश

आरबीआई ने सभी क्रेडिट सूचना कंपनियों को 1 अप्रैल, 2023 तक एक आंतरिक लोकपाल नियुक्त करने …