कश्मीर में बांदीपोरा के हाजिन इलाके में चल रहे एनकाउंटर में सिक्युरिटी फोर्स ने दो आतंकियों को मार गिराया है। दो जवान शहीद हो गए हैं, जबकि एक जख्मी है। दोनों ओर से अभी भी फायरिंग हो रही है। बता दें कि दो दिन पहले ही घाटी के बारामूला में जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर उमर खालिद मारा गया था। वह पिछले हफ्ते बीएसएफ कैम्प पर हुए हमले का मास्टरमाइंड था। उस पर सात लाख का इनाम था।
उसी दिन शोपियां में लश्कर के तीन आतंकियों को ढेर किया गया था। जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक खालिद की गर्लफ्रेंड की निशानदेही पर उसे तलाशा गया था।पुलिस के मुताबिक, खालिद ने अपनी गर्ल फ्रेंड को धोखा दिया था और वह इसका बदला लेना चाहती थी। प्रेग्नेंट होने के बाद उमर ने उससे पल्ला झाड़ लिया था, जिसका वह बदला लेना चाहती थी।
पुलिस के मुताबिक, उमर के इस इलाके में 17 लड़कियों से रिलेशन थे। उनमें से एक प्रेग्नेंट हो गई। इस बारे में बताने पर उमर ने उससे पल्ला झाड़ लिया।लड़की की बदनामी हुई और उसे पंजाब जाकर अबॉर्शन करवाना पड़ा। उमर से बदला लेने के लिए वह पुलिस को उसकी मूवमेंट की सूचना देने लगी।
कश्मीर में इस वक्त करीब 275 आतंकवादी एक्टिव हैं। इनमें से 250 तो सिर्फ पीर पंजाल रेंज में हैं।न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। सूत्रों के मुताबिक, 2017 में 291 आतंकियों ने भारत में घुसने की कोशिश की। इनमें से 80 इसमें कामयाब हो गए। इस साल 3 अक्टूबर तक सेना ने 150 टेरेरिस्ट्स ढेर किया है।
न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इस साल 3 अक्टूबर तक पाकिस्तान ने 503 बार सीजफायर वॉयलेशन किया। इसमें 14 आतंकी मारे गए। इसके अलावा घुसपैठ की 56 कोशिशों में 42 आतंकी मारे गए।कश्मीर और आतंकवाद पर होम मिनिस्ट्री की एक रिपोर्ट सामने आई है। इसके मुताबिक, कश्मीर में 7 महीनों में औसतन हर दिन एक आतंकी वारदात हुई है।
रिपोर्ट में कहा गया कि 7 महीनों में मारे जाने वाले आतंकियों की तादाद 109 है, जो इस दशक में सबसे ज्यादा है। इससे पहले 2016 में 150 आतंकी मारे गए थे, लेकिन ये आंकड़ा पूरे साल का था।रिपोर्ट के मुताबिक, अगर पिछले साल हुई आतंकी वारदातों से तुलना करें तो इस साल 23 जुलाई तक इनमें 25 पर्सेंट तक का इजाफा भी दर्ज किया गया है।
1 जनवरी से लेकर 23 जुलाई के बीच घाटी में 184 आतंकी वारदात हुई हैं।पिछले साल इसी दौरान ऐसी 155 वारदात हुई थी, जबकि 2016 में ऐसी कुल 322 आतंकी वारदात हुई थी। 2015 में 208 और 2014 में ऐसी 222 आतंकी वारदात हुई थी।