वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की शाखाओं की शुरुआत की.उन्होंने कहा कि डाकघरों के नेटवर्क से हर घर के दरवाजे तक बैंकिंग सुविधाएं पहुंचेंगी. वित्त मंत्री ने संचार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा के साथ रायपुर और रांची के इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की शाखाओं की रिमोट से शुरुआत की.जेटली ने कहा डाकिया हर घर को जोड़ता है.
वे हर घर तक बैंकिंग गतिविधियों को पहुंचा सकते हैं. बैंकिंग आप के घर के दरवाजे तक पहुंच सकती है. डाकघरों का नेटवर्क इसे हकीकत में बदल सकता है.उन्होंने कहा कि देश में कुल 1.55 लाख डाकघर हैं और डाकिये बैंक के रूप में काम करके बैंकिंग को बढ़ावा दे सकते हैं. जेटली ने कहा कि इस साल सितंबर तक इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) की 650 शाखाएं खोली जाएंगी.
उन्होंने कहा भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पेमेंट बैक की घोषणा 2015 में की थी. इसका असर अब देखा जा रहा है. पेमेंट बैंक की कोई भौगोलिक सीमा नहीं होती है. टेलीफोन कंपनियों के स्टोर पेमेंट बैंक के रूप में काम करेंगे. देश के डाकघर बैंक की शाखाओं में बदल जाएंगे.
जेटली ने कहा कि पेमेंट बैंक से पारंपरिक बैंक को तगड़ी प्रतिस्पर्धा मिलेगी, क्योंकि इनकी परिचालन लागत कम होती है. वित्त मंत्री ने कहा आईपीपीबी की शाखाएं वित्तीय समावेशन की खाई को पाटने में बड़ी भूमिका निभाएंगी, जो कि देश के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए बेहद जरूरी है.